नई दिल्ली : पिछले नौ महीने से राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) में बंद अखिल भारत हंिदूू महासभा के अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने अब सुप्रीम कोर्ट से रिहाई की गुहार लगाई है। तिवारी ने अपनी याचिका में खुद को रासुका में निरुद्ध किए जाने को गैरकानूनी बताया है। उन्होंने कोर्ट से अनुरोध किया है कि हाई कोर्ट में लंबित उनकी याचिका के शीघ्र निपटारे का आदेश दिया जाए। जब तक हाई कोर्ट में याचिका का निपटारा होता है, तब तक के लिए उन्हें रिहा किया जाए। सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा।
लखनऊ के रहने वाले कमलेश तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने पैगंबर के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद काफी बवाल हुआ था। पिछले साल दिसंबर में तिवारी पर रासुका लगी और तबसे वह जेल में हैं। पहले वह लखनऊ जेल में थे, लेकिन फिलहाल उन्नाव जेल में हैं। कमलेश ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कोर्ट से जल्दी सुनवाई की भी गुहार लगाई है। कमलेश ने वकील विष्णु शंकर जैन के जरिये तत्काल रिहाई का अनुरोध किया