शिवपाल का विरोधः आजमगढ़, मैनपुरी, नोएडा और बदायूं में भी सामूहिक इस्तीफे

Update: 2016-09-21 16:23 GMT
लखनऊ : घरेलू घमासान के बाद सपा परिवार मुलायम सिंह यादव के गढ़ मैनपुरी और आजमगढ़ में सपा से सामूहिक इस्तीफे दिए जाने की खबर है। यहां बड़ी संख्या में लोगों ने सपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। आजमगढ़, बदायूं, इटावा समेत प्रदेश समाजवादी गढ़ों में बड़े पैमाने पर शिवपाल यादव का विरोध शुरू है। आजमगढ़ में सपा के सभी चारों फ्रंटल संगठनों के अध्यक्षों ने इस्तीफा देकर मौजूदा हालात पर कड़ा विरोध जताया है।

मैनपुरी में सपा से निष्कासित एमएलसी अरविंद यादव के समर्थन में सामूहिक इस्तीफों का दौर चला। करहल में प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ बगावत करते हुए 117 जनप्रतिनिधियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। बताते हैं कि यहां 55 ग्राम प्रधानों, 55 क्षेत्र पंचायत सदस्यों, तीन जिला पंचायत सदस्यों और एक ब्लॉक प्रमुख ने सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया हैं। उल्लेखनीय है कि मुलायम ने दोनों स्थानों से चुनाव में जीत दर्ज की थी लेकिन बाद में उन्होंने मैनपुरी को छोड़ आजमगढ़ को अपनाया था।

जहां तक आजमगढ़ की बात है, सपा मुखिया यहां छह अक्टबूर को चुनावी रैली करने वाले हैं। पार्टी यहीं से चुनावी रैलियों की शुरुआत करती रही है। इस बार मायावती पहले ही आजमगढ़ में रैली कर चुकी हैं लिहाजा सपा के सामने बसपा की रैली से ज्यादा भीड़ जुटाने और घमासान के बाद पार्टी के एकजुट होने का संदेश देने की चुनौती है। इसी दौरान आजमगढ़ में आज समाजवादी छात्र सभा जिलाध्यक्ष आशीर्वाद ने पदाधिकारियों के साथ इस्तीफा दे दिया। इसमें समाजवादी छात्रसभा ने दो दिन पहले अपना त्यागपत्र सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रेषित कर दिया था जबकि युवजन सभा, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड व लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष समेत इन चारों कमेटियों के सभी पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा भेजा। बदायूं में सपा के अनुसांगिक संगठनों से भी इस्तीफों का सिलसिला तेज हो गया है। आज सछास और सपा की युवजन सभा के जिलाध्यक्ष ने पदों से त्यागपत्र दे दिया। सयुस प्रदेश सचिव, जिला सचिव ने भी इस्तीफा देकर खलबली मचा दी है। सछास के कोषाध्यक्ष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को खून से पत्र लिख कर भेजा है।

जब हमारे प्रदेश अध्यक्ष ही नहीं तो हम लोगों का क्या मतलब

आजमगढ़ युवजन सभा जिलाध्यक्ष शिशुपाल सिंह ने कहा कि जब हमारे प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव को ही हटा दिया गया तो हम लोगों का क्या मतलब है। इसीलिए हमने सभी पदाधिकारियों के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया है। हम लोग मुख्यमंत्री के साथ हैं और उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाने के लिए बतौर कार्यकर्ता संघर्ष करते रहेंगे। इस बाबत यूथ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष राजेश गिरि ने कहा कि कुछ लोग मुख्यमंत्री का कद छोटा करने में लगे हैं। इससे पार्टी व मुख्यमंत्री की छवि धूमिल हो रही है। ऐसे में इस्तीफा देने के सिवा कोई चारा नहीं है। राजेश ने अपने सभी 21 पदाधिकारियों के साथ संगठन से इस्तीफा दे दिया है। लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष आमिर गुड्डू ने कहा कि नेताजी कहते हैं कि पार्टी में हो रहे अन्याय व गलत काम के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए तो हम लोगों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ हो रहे अन्याय के खिलाफ सभी 21 पदाधिकारियों के साथ इस्तीफा भेज दिया है।

नोएडा में सपा से सामूहिक इस्तीफा

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव की तरफ से युवा ब्रिगेड के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों ने कल सामूहिक रूप से पदों से इस्तीफा दिया था। इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को भेजा गया। सपा युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव अनिल यादव के नोएडा सेक्टर-62 स्थित कार्यालय पर एकत्रत हुए सपा के दर्जनों पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दिया। इनका कहना है कि शिवपाल सिंह यादव ने प्रदेश अध्यक्ष बनते ही कई प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को पार्टी से निकाल दिया है। हमारी आस्था मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव में सदैव रही और रहेगी। इस्तीफा देने वालों में सपा युवजन सभा की प्रदेश प्रवक्ता पंखुरी पाठक, युवजन सभा के नोएडा महानगर सचिव सुरेंद्र यादव, युवजन सभा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सतपाल यादव आदि हैं।

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