मैनपुरी: सपा में चल रहे आपसी संग्राम से करहल में राजनीति गरमाई हुई है। प्रो.रामगोपाल यादव के भांजे व एमएलसी अरविंद यादव को पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाने के बाद बुधवार को बगावत हुई, तो अब कार्रवाई पर समर्थक जमकर बरसे। गुरुवार को पूर्व एमएलसी सुभाष यादव ने कहा कि इस्तीफा नौटंकी हैं। वहीं दो पूर्व विधायकों ने सीधे कहा कि जो इस्तीफे का दिखावा कर रहे हैं, वह शराब और भू माफिया हैं।
बुधवार को एमएलसी अरविन्द यादव के समर्थन में उनके भाई ब्लॉक प्रमुख बिल्लू यादव, तीन जिला पंचायत सदस्य, तमाम ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने सपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इस पर पंचायती राज विभाग के सलाहकार व पूर्व एमएलसी सुभाष चंद्र यादव ने कहा कि जिन्होंने सपा से त्यागपत्र दिया है वह पहले अपने बीडीसी, प्रधान और ब्लॉक प्रमुख पद से इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि सपा चट्टान की तरह मजबूत है। 2017 में भी जिले की चारों विधानसभा जीत कर सपा की सरकार बनेगी।
इस मौके पर जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन डॉ. राम कुमार यादव, डीसीबी के निदेशक बलवीर सिंह यादव, जुबैर अहमद, गल्ला आढ़ती संघ के अध्यक्ष मान सिंह यादव आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।
पूर्व विधायक अनिल यादव ने कहा कि जिन प्रधानों के इस्तीफा देने की बात कही जा रही है, उनमें से तमाम ने मुङो फोन कर बताया कि उनसे जबरन हस्ताक्षर कराकर मुहर लगवाई गई। मनौना की ग्राम प्रधान सुनीता यादव ने कहा कि उनके भाई से कागज पर मुहर लगवा ली है। मैंने कभी सपा से इस्तीफा नहीं दिया और न ही आगे दूंगी। अनिल यादव ने कहा कि जिन्होंने सपा से इस्तीफा दिया है उनमें अधिकांश जमीन और शराब माफिया हैं।
पार्टी का मुखौटा पहनकर डराने वाले हटे: मानिक चंद्र पूर्व विधायक मानिक चंद्र यादव ने भी पत्रकार वार्ता में हटाए गए एमएलसी पर बिना नाम लिए हमला बोला। कहा कि जिसे पार्टी से निकाला है, उसने पार्टी का मुखौटा पहनकर लोगों को डराने का काम किया है। ऐसे भू माफिया व शराब तस्करों को 2017 के चुनाव से दूर रखा, तो पार्टी भारी बहुमत से जीतेगी। जो भी इस्तीफे दिए गए हैं वह दिखावा हैं।