बलूचिस्तान. यहां की एक एक्टिविस्ट करीमा बलोच ने नरेंद्र मोदी को गुजराती में रक्षाबंधन की बधाई दी। बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने के लिए उन्होंने मोदी को शुक्रिया भी कहा। साथ ही ये भी कहा, "हम अपनी जंग खुद लड़ेंगे। हम चाहते हैं कि आप हमारी आवाज बन जाएं और दुनिया भर में हमारी आवाज पहुंचाएं।" बता दें कि मोदी एक हफ्ते में दो बार पीओके और बलूचिस्तान का जिक्र कर चुके हैं। इसे बलूच के लोगों को पाक के खिलाफ आवाज उठाने में मदद मददगार माना जा रहा है। क्या बोलीं करीमा...
- करीमा ने मोदी को बधाई देते हुए एक वीडियो भी पोस्ट किया है।
- वे कहती हैं, "बलूचिस्तान की एक बहन आपको भाई मानकर कुछ कहना चाहती है। मेरा नाम करीमा बलोच है। मैं बलूचिस्तान स्टूडेंट्स एसोसिएशन की चेयरपर्सन हूं।"
- "हमारे लोग पाकिस्तानी आर्मी के हाथों मारे गए है या कई लापता कर दिए गए हैं।"
- "बलूचिस्तान की कई बहनें अपने भाइयों की राह ताक रही हैं। शायद वो कभी लौट कर न आएं और बहनों का इंतजार शायद कभी खत्म ही न हो।"
- "लेकिन इस दिन (रक्षाबंधन) के हवाले से ये कहना चाहती हूं कि बलूचिस्तान की सभी महिलाएं आपको भाई मानती हैं। आपसे ये भी दरख्वास्त करती हैं आप यहां जेनोसाइड और ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन के खिलाफ इंटरनेशनल फोरम पर बलूचिस्तान की आवाज बनेंगे। बलूचिस्तान की उन बहनों की आवाज बनेंगे, जिनके भाई लापता हैं।"
- करीमा ने कहा, "हम अपनी जंग खुद लड़ेंगे। हम चाहते हैं कि आप हमारी जंग की आवाज बन जाएं और दुनिया के हर कोने में उस आवाज को पहुंचाएं।"
- गुजराती में मोदी को दिए संदेश में करीमा कहती हैं- "जिस तरह आप बलूचिस्तान के लोगों के लिए खड़े हुए हैं, उसके लिए हम आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं।"
- "हमारे लोग पाकिस्तानी आर्मी के हाथों मारे गए है या कई लापता कर दिए गए हैं।"
- "बलूचिस्तान की कई बहनें अपने भाइयों की राह ताक रही हैं। शायद वो कभी लौट कर न आएं और बहनों का इंतजार शायद कभी खत्म ही न हो।"
- "लेकिन इस दिन (रक्षाबंधन) के हवाले से ये कहना चाहती हूं कि बलूचिस्तान की सभी महिलाएं आपको भाई मानती हैं। आपसे ये भी दरख्वास्त करती हैं आप यहां जेनोसाइड और ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन के खिलाफ इंटरनेशनल फोरम पर बलूचिस्तान की आवाज बनेंगे। बलूचिस्तान की उन बहनों की आवाज बनेंगे, जिनके भाई लापता हैं।"
- करीमा ने कहा, "हम अपनी जंग खुद लड़ेंगे। हम चाहते हैं कि आप हमारी जंग की आवाज बन जाएं और दुनिया के हर कोने में उस आवाज को पहुंचाएं।"
- गुजराती में मोदी को दिए संदेश में करीमा कहती हैं- "जिस तरह आप बलूचिस्तान के लोगों के लिए खड़े हुए हैं, उसके लिए हम आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं।"
इंडिपेंडेंस डे पर बोले मोदी- बलूचिस्तान और पीओके के लोगों को तहे दिल से शुक्रिया
- मोदी ने हफ्तेभर के अंदर दूसरी बार पीओके और बलूचिस्तान का जिक्र किया।
- पीएम ने कहा, ''पिछले कुछ दिनों में बलूचिस्तान, गिलगित, पाक के कब्जे वाले हिस्से के लोगों ने मुझे बहुत-बहुत धन्यवाद दिया है। मेरा आभार व्यक्त किया है। मेरे प्रति सद्भावना जताई है।''
- ''दूर-दूर बैठे लोग हैं। जिस धरती को मैंने देखा नहीं, जहां के लोगों से कभी मुलाकात नहीं हुई, वे प्रधानमंत्री का आदर करते हैं तो ये मेरे सवा सौ करोड़ देशवासियों का सम्मान है। मैं गिलगित, बलूचिस्तान और पाक के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।''
बलूचिस्तान और पीओके के लोगों का जिक्र क्यों?
-कश्मीर हिंसा पर ऑल पार्टी मीट के दौरान पीएम ने पहली बार पीओके का जिक्र किया था।
- उन्होंने कहा था, ''कश्मीर तो भारत का अंग है ही, पीओके भी हमारा है।''
- इसके बाद बलूचिस्तान और पीओके के कई लोगों, समाजसेवियों ने मोदी की तारीफ की थी।
पहले भी बलूच नेताओं ने मोदी को दी थी बधाई
- नायला कादरी और हमाल हैदर बलूच नाम के दो एक्टिविस्ट्स ने मोदी से मिले सपोर्ट के लिए शुक्रिया अदा किया था। नायला ने कहा- "मोदी ने जो कहा है, वो बलूचिस्तान के लोगों के लिए एक बहुत बड़ा और अहम सपोर्ट है। हम यहां के सभी लोगों की तरफ से उन्हें थैंक्स कहना चाहते हैं।"
- हमाल ने कहा कि पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए कि वो हमारे लोगों पर फाइटर प्लेन के जरिए बम बरसा रहा है। उसे दुनिया के सामने इसका जवाब देना ही होगा। यह पहला मौका है जब भारत के किसी पीएम ने हमारा साथ दिया है। हमारे लिए ये बेहद अहम बयान है।
- हमाल ने कहा कि पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए कि वो हमारे लोगों पर फाइटर प्लेन के जरिए बम बरसा रहा है। उसे दुनिया के सामने इसका जवाब देना ही होगा। यह पहला मौका है जब भारत के किसी पीएम ने हमारा साथ दिया है। हमारे लिए ये बेहद अहम बयान है।