बलूचिस्तान और पीओके में पाक सेना के द्वारा किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन का जिक्र पीएम मोदी ने किया तो मानों वहां के पीड़ितों को अत्याचार और अनाचार के खिलाफ जंग करने के लिए प्रेरणा मिल गई। स्थानीय लोग पीएम मोदी का समर्थन कर रहे हैं और पाकिस्तान के विरोध में खुलकर सामने आ रहे हैं। इसी सिलसिले में एकबार फिर निर्वासित बलूच कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ और मोदी के समर्थन में नारे लगाए। ये निर्वासित बलूच कार्यकर्ता जर्मनी के लेपिजिग में प्रदर्शन कर रहे थे। टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक लोगों ने कहा कि वे मोदी के आभारी हैं, क्योकि मोदी उनके साथ पाकिस्तान से ज्यादा मानवीय व्यवहार करते हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान उनके लोगों को खोज-खोजकर रास्ते से हटा रहा है। इसके लिए पड़ोसी मुल्क बाकायदा खोज अभियान चला रहा है।
बलूचिस्तान और पीओके में आलम यह है कि स्थानीय और निर्वासित बलूत कार्यकर्ता मोदी के समर्थन में रैलियां कर रहे हैं। अपनी रैलियों में ये लोग वहां पाकिस्तान के द्वारा किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन की पोल खोल रहे हैं।
#WATCH: Overseas Baloch protest in Leipzig (Germany) against Pak's atrocities in Balochistan, raise pro-Modi sloganhttps://t.co/npTOdEXxzx
— ANI (@ANI_news) August 27, 2016
ये लोग बलूचिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। कार्यकर्ता कह रहे हैं कि मोदी तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं। बलूच प्रदर्शनकारियों की मानें तो उनका प्रदर्शन जारी रहेगा, पाकिस्तान कितने लोगों को मारेगा, हम मानवता में विश्वास रखते हैं और मानवता की जीत होगी।
इससे पहले पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से बलूचिस्तान और पीओके में मानवाधिकारों के उल्लंघन की बात की थी। हालांकि पीएम मोदी के शीर्ष अधिकारियों ने उन्हें भाषण में बलूचिस्तान और पीओके को इस मौके पर बेहद संवेदनशील बताकर जिक्र न करने की सलाह दी थी।
"Tum kitne (Akbar) Bugti maaroge, har ghar se Bugti nikalega," slogan raised at overseas Baloch protest in Leipzig pic.twitter.com/AglFs6bBVh
— ANI (@ANI_news) August 27, 2016
सूत्रों की मानें तो पाक के चरित्र और उसकी तरफ से अंजाम दी जा रही आतंकी गतिविधियों से खिन्न होकर पीएम मोदी नें सभी नेताओं की मीटिंग में उसे मजा चखाने की बात कही थी।
उधर बलूच प्रदर्शनकारियों की माने तो भारत-पाक मसले में अमेरिका और यूरोप भी भारत के साथ खड़े होंगे। उन्हें विश्वास है कि पाकिस्तान के साथ लड़ाई में यह लोग भारत का साथ देंगे।