पाकिस्तान के कराची और इस्लामाबाद में लापता बलूच लोगों के परिवारों और उनके लिए इंसाफ की मांग करते हुए क्वेटा में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि बलूच और पश्तून एक्टिविस्ट जिन्हें कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ द्वारा किडनैप किया गया है, उन्हें रिहा किया जाए।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्हें सेना ने हिरासत में लिया था। ये लोग लापता हो गए। ऐसे में शक की सुई सीधे-सीधे सेना पर जाती है। सेना के डर से कई बलूच नेताओं को देश भी छोड़ना पड़ा है। हालांकि पाकिस्तान हमेशा से कहता रहा है कि बलूचिस्तान में लोगों के साथ कुछ भी गलत नहीं हो रहा है।
बता दें कि बलूचिस्तान में लोगों पर अत्याचार की खबरें नई नहीं हैं। बलूचिस्तान की आजादी के लिए लोग संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सामने तक प्रदर्शन कर चुके हैं। बलूच लोगों की मांग है कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार पाकिस्तान से आजादी दिलाई जाए।