बेहतर कभी मिलता नहीं।
बल्कि बनाना उसे पड़ता है।।
उम्मीद लगाए रहते हैं लोग।
कोशिश भी करनी पड़ती है।।
एक दिन बेहतर जो होगा।
मनमाफ़िक जब हासिल होगा।।
जो कार्य अधूरा छूट गया।
मानो जग हम से रूठ गया।।
अनवरत मार्ग पर चलते चल।
आज न तो कल वो पूरा होगा।।
कंटीले राह है कष्ट भी होगा।
विश्वास रख बेहतर ही होगा।।
उम्मीदों का दीप जलाओ।
कदम कदम बढ़ाते जाओ।
पथ आलोकित पु:न होगा।
कल एक बेहतर दिन होगा।।
आयेंगी अनगिनत बाधाएं।
टस से मस तनिक न होना।।
हौसले की सीढ़ी चढ़ते जाना।
कभी भी विचलित न हो जाना।।
माना कि रात अंधेरी होगी।
सब्र रखो सब कट जायेंगी।।
आंखों में जो देखे हैं सपने।
हकीकत में सच हो जायेगी।।
किरण की भांति एक दिन।
चौतरफा जो फैल जायेगी।।
विश्वास रख बेहतर ही होगा...
अभय सिंह। .............