रांची, 3 दिसंबर 2024: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले केंद्रीय कमेटी की एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन डोरंडा, भवानीपुर के प्रधान कार्यालय में किया गया। बैठक का उद्देश्य राज्य सरकार से आंदोलनकारीयों के लिए उचित मान-सम्मान और ₹50,000 मासिक पेंशन की मांग को आगे बढ़ाना था।
बैठक में केंद्रीय प्रधान महासचिव पुष्कर महतो, केंद्रीय अध्यक्ष विदेशी महतो, और केंद्रीय महासचिव महमूद आलम सहित 24 जिलों के चिन्हित आंदोलनकारी उपस्थित रहे। सभी आंदोलनकारियों ने एक स्वर में यह मांग रखी कि राज्य सरकार जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करे।
केंद्रीय महासचिव महमूद आलम ने स्पष्ट रूप से कहा, “अगर सरकार हमारी मांगों को अनदेखा करती है, तो 3 जनवरी 2025 को झारखंड आंदोलनकारी दिवस मनाया जाएगा और मार्च माह में 1001 आंदोलनकारीयों द्वारा आत्मदाह करने के लिए बाध्य होंगे। यह निर्णय हमारी पीड़ा और उपेक्षा का प्रतीक होगा।”
आंदोलनकारीयों की मांग:
1. सभी चिन्हित आंदोलनकारियों को उचित मान-सम्मान प्रदान किया जाए।
2. प्रत्येक आंदोलनकारी को ₹50,000 मासिक पेंशन दी जाए।
इस समीक्षा बैठक ने झारखंड सरकार के सामने एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। आंदोलनकारी अपने संघर्ष को लेकर दृढ़ हैं, और यदि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो आगामी वर्ष में झारखंड एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक भूचाल देख सकता है।