एयरफोर्स इंजीनियर का हत्यारोपी हुआ ‘लंगड़ा’! प्लास्टर लगे पैर से कोर्ट में हुई पेशी
प्रयागराज। सेंट्रल एयर कमांड के हाई सिक्योरिटी जोन में घुसकर कमांडर वर्क्स इंजीनियर (सीडब्ल्यूई) सत्येंद्र नारायण मिश्रा का हत्यारोपित सौरभ कुमार उर्फ बाबू पासी ‘लंगड़ा’ हो गया है। पुलिस का कहना है कि गाड़ी से उतरते वक्त अचानक उसका पैर मुड़ गया, जिस कारण दो जगह फ्रैक्चर हो गया।
अस्पताल में ले जाकर पुलिस ने उसका उपचार करवाया। मंगलवार को मुख्य अभियुक्त बाबू को उसके पिता शिवकुमार व मां सुनीता देवी के साथ कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद न्यायिक अभिरक्षा में सभी को जेल भेज दिया गया।
28 मार्च को हुई थी हत्या
पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र स्थित एयरफोर्स स्टेशन बमरौली परिसर में रहने वाले सीडब्ल्यूई सत्येंद्र नारायण मिश्रा की 28 मार्च की देर रात गोली मारकर हत्या की गई थी। सैन्य क्षेत्र में हुई इस वारदात से सनसनी फैल गई थी। मामले में एयरफोर्स के वारंट अफसर राकेश तोमर की तहरीर पर पूरामुफ्ती पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा कायम किया था।
सीसीटीवी कैमरे से पुलिस को मिला सुराग
इसके बाद सीडब्ल्यूई के आवास और दूसरे स्थान पर लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज खंगाला गया तो सुराग मिल गया। तब पुलिस टीम ने घेराबंदी करके सोमवार को लाल बिहारा, बमरौली निवासी बाबू पासी और उसके मां-बाप को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिवकुमार का बड़ा बेटा गौतम उर्फ हनी हत्या के मुकदमे में कौशांबी जेल में बंद है। उसे छुड़ाने के लिए बड़ी रकम की जरूरत थी, जिसकी पूर्ति के लिए सत्येंद्र नारायण के आवास पर चोरी की योजना बनाई गई। मां-बाप ने रेकी की, जिसके बाद बेटा बाबू चोरी और लूट करने के लिए वहां पहुंचा, लेकिन असफल रहने पर सीडब्ल्यूई की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
गाड़ी से उतरते समय पैर मुड़ा
गिरफ्तारी के बाद मुख्य अभियुक्त को पुलिस लाइन में मीडिया के सामने पेश किया गया था। पुलिस का कहना है कि पुलिस लाइन से जब उसे दाखिल करने के लिए पूरामुफ्ती थाने ले जाया गया तो सरकारी गाड़ी से उतरते वक्त उसका पैर अचानक मुड़ गया, जिस कारण दो जगह फ्रैक्चर हो गया।
कोर्ट में पेशी के दौरान उसके पैर में प्लास्टर बंधा हुआ था। उसने अधिवक्ताओं को बताया कि चोरी के लिए जब वह एयरफोर्स क्षेत्र में दाखिल हुआ था, तब उसके पैर चोट लगी थी। मगर पुलिस की गाड़ी से उतरते वक्त दोबारा चोट लगने की वजह से वह ‘लंगड़ा’ हो गया। सत्येंद्र नारायण बिहार के रोहतास जिले के कोचस थाना क्षेत्र स्थित हरनाथपुर गांव के निवासी थे, जिनकी हत्या से सनसनी फैली थी।