तीन भारत-पाकिस्तान युद्धों में गई है 22 हजार से अधिक की जान, अब हुई लड़ाई तो ...............
1965 का युद्ध
1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध कारण कश्मीर था। पाकिस्तान ने कश्मीर में विद्रोह कराने की मंशा से ऑपरेशन जिब्राल्टर शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत करीब आठ हजार (ज्यादातर गैर-सैनिक) लड़ाकों को कश्मीर भेजा गया। उनका नेतृत्व पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की एक नियमित बटालियन कर रही थी। कुछ अति प्रशिक्षित पाकिस्तानी कमांडो भी उनके साथ भेजे गए थे। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि जब ये घुसपैठिए भारतीय सेना से मुठभेड़ करेंगे तो कश्मीरी अवाम उनके पक्ष में विद्रोह कर देगी। युद्ध मामलों के जानकार मानते हैं कि पाकिस्तान को उम्मीद ही नहीं थी कि भारत इस घुसपैठ के जवाब में सीधा सैन्य हमला कर देगा लेकिन ऐसा ही हुआ।
भारतीय सेना ने 6 सितंबर 1965 को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। अगले 22 दिनों तक दोनों देशों में जमकर लड़ाई हुई। स्वतंत्र स्रोतों के अनुसार इस युद्ध में भारत के करीब 3000 सैनिक और पाकिस्तान के करीब 3800 हजार सैनिक मारे गए।भारतीय वायु सेना के 59 लड़ाकू विमान युद्ध में नष्ट हो गए। वहीं पाकिस्तानी वायु सेना के 43 लड़ाकू विमान बर्बाद हुए। युद्ध में भारत के 128 टैंक नष्ट हो गए। वहीं पाकिस्तान के 150 टैंक बर्बाद हो गए और 152 टैंकों को भारत ने अपने कब्जे में ले लिया। युद्ध के बाद भारत ने पाकिस्तान की 1840 वर्ग किलोमीट जमीन पर कब्जा कर लिया तो पाकिस्तान ने भारत की 540 वर्ग किलोमीटर भूमि हथिया ली। 1965 के युद्ध का समापन दोनों देशों के बीच हुए ताशकंद समझौते के रूप में हुआ. ये समझौता भारतीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और पाकिस्तानी राष्ट्रपति अयूब खान के बीच हुआ था। रूस ने शांति समझौते में मध्यस्थता की थी।