उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में आज पहली बार प्रियंका गांधी चुनाव के मैदान में नजर आयीं. प्रियंका गांधी ने अपने भाई और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मंच साझा किया. यूपी में राहुल गांधी और अखिलेश यादव आज जो सुर मिला रहे हैं, इसकी स्क्रिप्ट लिखने में प्रियंका गांधी ने अहम भूमिका निभाई थी.
राहुल गांधी ने कहा कि अमीरों को नहीं हम गरीबों-किसानों को पैसे देंगे. राहुल ने कहा कि विजय माल्या जैसे चोर को यह सरकार पैसा देती है. विजय माल्या शराब बेचता है. शराब बेचने वाले को पीएम मोदी पैसा देते हैं.
राहुल ने कहा कि नोटबंदी में अमीर लोग लाइन में खड़े नहीं हुए केवल गरीब लाइन में लगे रहे. इस विधानसभा चुनाव में पहली बार प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी के साथ मंच साझा कीं. हालांकि प्रियंका ने इस रैली में कुछ भी नहीं कहा. सभी लोग उम्मीद कर रहे थे कि प्रियंका कुछ बोलेंगी लेकिन वह बस मंच साझा कीं कुछ बोलीं नहीं.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी जहां जाते हैं रिश्ता बनाते हैं लेकिन काम नहीं करते. एक तरफ से मैंने कहा कि मोदीजी किसानों का कर्जा माफ करो. वे चुप खड़े रहे. कर्ज माफी के बारे में कुछ नहीं कहा. वे कहते हैं कि जैसे ही यूपी में बीजेपी की सरकार बनाओगे, हम कर्जा माफ कर देंगे. हमने 70 हजार करोड़ का कर्जा माफ कर दिया, लेकिन क्या उस समय यूपी में हमारी सरकार थी?
राहुल ने कहा कि हम फूड पार्क लगाना चाहते थे. हम अलग-अलग चीजों को बनाने वाली फैक्ट्रियां बनाना चाहते थे. यहां से माल पूरी दुनिया में जाता. मोदीजी मेक इन इंडिया की बात कर रहे हैं. लेकिन एक भी व्यक्ति को रोजगार नहीं मिला. मेक इन चाइना ही चल रहा है. देश का प्रधानमंत्री पूरा पैसा 50 परिवारों को देता है. उन्होंने आपसे काफी कुछ छीना.
प्रियंका गांधी की पहल पर ही गठबंधन हुआ था
एबीपी न्यूज ने आपको बताया था कि सीटों को लेकर जब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में पेंच फंसा था, तब प्रियंका की पहल पर ही गठबंधन हुआ था. प्रियंका ने गठबंधन तो करा दिया लेकिन खुद अभी तक चुनाव प्रचार करने नहीं आई थीं. आज अपने भाई राहुल गांधी के साथ प्रियंका रायबरेली में दो सभाएं कीं.