राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ने पुलिस अफसरों को वहीं बुलाकर उनकी क्लास लगा दी
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य सुषमा साहू शुक्रवार दोपहर मंटोला के सदर भट्ठी स्थित बहादुर बिटिया नाजिया से मिलने पहुंची। उसे गली के गुंडे परेशान कर रहे हैं। उसने दो दिन पहले सीएम अखिलेश यादव को ट्वीट कर अपनी व्यथा बताई थी। बावजूद इसके आगरा की पुलिस ने एक्शन नहीं लिया।
इसका पता चलने पर साहू उसके घर पहुंची। उन्होंने पुलिस अफसरों को वहीं बुलाकर उनकी क्लास लगा दी। साथ ही प्रदेश सरकार पर भी खूब बरसीं। कहा, यूपी में गुंडाराज है, मैं भी यहां आते हुए कांप गई।
उन्होंने कहा कि एक ओर अखिलेश यादव महिलाओं को हौसला देने की बात करते हैं, बहादुर बेटियों को अवार्ड देते हैं, दूसरी ओर उनकी हिफाजत भी नहीं कर पाते।
उनकी पुलिस महिला अपराध पर एक्शन नहीं लेती। उन्होंने मंटोला के थानेदार से नाजिया की ओर से दर्ज केस के बारे में पूछा। जवाब मिला, सर, वो क्या है कि मामला मुस्लिमों का है, इसने हिंदू संगठनों को बुला लिया था, इतना सुनते ही सुषमा साहू बुरी तरह से उखड़ गईं। बोलीं, तुम्हें मालूम है क्या कह रहे हो, राजनीति का काम नेताओं के लिए छोड़ दो। पीड़ित को पीड़ित समझो और अपराधी को बस अपराधी। यह हिंदू-मुस्लिम की बात पुलिस को नहीं करनी चाहिए। इसके बाद उन्होंने एसओ और सीओ को तीन दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया।
उन्होंने कहा कि एक ओर अखिलेश यादव महिलाओं को हौसला देने की बात करते हैं, बहादुर बेटियों को अवार्ड देते हैं, दूसरी ओर उनकी हिफाजत भी नहीं कर पाते।
उनकी पुलिस महिला अपराध पर एक्शन नहीं लेती। उन्होंने मंटोला के थानेदार से नाजिया की ओर से दर्ज केस के बारे में पूछा। जवाब मिला, सर, वो क्या है कि मामला मुस्लिमों का है, इसने हिंदू संगठनों को बुला लिया था, इतना सुनते ही सुषमा साहू बुरी तरह से उखड़ गईं। बोलीं, तुम्हें मालूम है क्या कह रहे हो, राजनीति का काम नेताओं के लिए छोड़ दो। पीड़ित को पीड़ित समझो और अपराधी को बस अपराधी। यह हिंदू-मुस्लिम की बात पुलिस को नहीं करनी चाहिए। इसके बाद उन्होंने एसओ और सीओ को तीन दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया।