'गोमती तट' पर ब्रांड मोदी और ब्रांड अखिलेश के बीच होगा मुकाबला !

Update: 2016-09-13 11:29 GMT
लखनऊ: चुनाव से पहले राज्य की ब्रांडिंग को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कोई कसर नहीं छोड़ रहे. अखिलेश इस बार ब्रांड मोदी का मुकाबला करने की तैयारी में हैं. अब अखिलेश लंदन में थेम्स नदी के रिवरफ्रंट की तरह गोमती रिवरफ्रंट बना रहे हैं. जिसके बाद लखनऊ की सूरत बदल जाएगी.


गंगा मां से प्रेम की बात कहने वाले नरेंद्र मोदी को यूपी का भरपुर प्यार मिला और दिल्ली में सरकार बन गई. लोकसभा चुनाव में हारे अखिलेश को ब्रैंडिंग का आइडिया यहीं से मिला और अब गोमती के बहाने अखिलेश वही दांव खेलना चाहते हैं. रिवरफ्रंट का आइडिया भी नरेंद्र मोदी के गुजरात के साबरमती रिवर फ्रंट से लिया और जनवरी 2015 से गोमती को संवारने का काम शुरू हो गया.

यूपी चुनाव के लिए अभी तारीखों का एलान तो नहीं हुआ है. लेकिन काउंटडाउन शुरू हो चुका है. गोमती नदी पर लखनऊ में बन रहा रिवरफ्रण्ट अखिलेश के लिए किसी सपने से कम नहीं है. लेकिन बड़ा सवाल ये की क्या उन्हें इसका उदघाटन करने का मौक़ा मिलेगा ?


एक्सप्रेसवे, मेट्रो और रिवरफ्रंट जैसे काम की वजह से उनपर वोटों की बरसात होगी. इसीलिए अखिलेश जल्दी में हैं. उन्हें डर है कहीं चुनाव पहले ना घोषित हो जाएं. उनका इरादा चुनाव को ब्रांड मोदी और ब्रांड अखिलेश के मुकाबले में बदलने का है. अखिलेश मानते हैं जब मोदी की गंगा नदी और उनके गोमती पर चर्चा होगी तो वे भारी पड़ेंगे.



लखनऊ में कुड़िया घाट से लेकर लामार्टिनियर स्कूल तक 12.1 किलोमीटर का रिवरफ्रंट बन रहा है. इसपर तीन हज़ार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. लन्दन के थेम्स नदी की तर्ज पर इसे बनाया जा रहा है. मार्च 2017 तक इसे पूरा होना था. लेकिन अखिलेश यादव जल्द फीता काट लें, इसीलिए गोमती बैराज से लेकर लामार्टिनियर तक दो किलोमीटर तक का काम आख़िरी दौर में है.

क्या-क्या बनेगा गोमती नदी के किनारे ?

गोमती नदी के किनारे जॉगिंग पार्क, वाल्किंग पार्क, चिल्ड्रन पार्क, म्यूजिकल फाउंटेन, सायकिल ट्रैक, फ़ूड प्लाजा, फुटबॉल कोर्ट, फ्लावर शो, ओपन एयर थियेटर, एम्पीथियेटर भी बन रहा है. देश का सबसे ऊंचा फाऊंटेन लगाने की भी तैयारी है. नदी में बोटिंग और रिवर राफ्टिंग भी हो सकेगी.

अखिलेश सरकार अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी को रिवरफ्रंट का ब्रैंड एंबेसडर बनाने जा रही है जो नदी किनारे योग करके इसका प्रमोशन करेंगी.

शारदा नहर से जुड़ेगी गोमती नदी

गोमती नदी में कभी पानी कम ना हो इसीलिए गोमती नदी को शारदा नहर से जोड़े जाने की योजना है. जरुरत पड़ने पर नहर से 750 क्यूसेक पानी सप्लाई हो सकता है. गोमती के दोनों किनारों पर कंक्रीट के दीवार बनाई गई है. शहर के जो 37 नाले इसमें गिरते है उसे एक इंटरसेप्टिंग दीवार बनाकर रोका जाएगा और फिर इन्हें ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाएगा. पर्यावरण के जानकार बताते है गोमती पर रिवरफ्रंट बनाने का काम तो बहुत अच्छा है लेकिन इसके कुछ खतरे भी हैं.

शाम होते ही नदी किनारे जमा हो जाती है लोगों की भीड़

अभी से ही सुबह और शाम गोमती नदी के किनारे लोगों की भीड़ लग जाती है. रिवरफ्रंट अब शहर की नयी पहचान बन गयी है. यहां आकर सेल्फी लेने की लिए होड़ मची रहती है. हर उम्र के लोग अलग अलग पोज में फोटो खिंचाते रहते हैं. शाम होते ही गोमती रिवरफ्रंट जगमग हो जाता है. ऐसे में डर है कि कहीं कोई हादसा न हो जाए.

जर्मनी से मंगाई गईं फैंसी लाईट

रिवरफ्रंट के रास्ते में पड़ने वाले सभी पुलों पर फैंसी लाईट लगाई जा रही जिन्हें जर्मनी से मंगाया जा रहा है. लखनऊ आज किसी सुनहरे सपने की तरह लग रहा है लेकिन क्या वोटर चुनाव में अखिलेश की वापसी का सपना साकार होने देंगे ? ये बड़ा सवाल सबके मन में है.


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