नई दिल्ली: समाजवादी कुनबे में पनपे कलह और यादव परिवार में विवाद की चर्चाओं के बीच गुरुवार को समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव मीडिया से मुखातिब हुए।पत्रकारों से बात करते हुए रामगोपाल ने कहा कि परिवार में कोई विवाद नहीं है। बस कुछ गलतफहमी हुई थी जिसे दूर करने की कोशिश की जा रही है।
अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर रामगोपाल ने कहा कि सीएम से बगैर चर्चा हटाया जाना संगठन की गलती थी। हालांकि अब उस मुद्दे पर पार्टी और परिवार में किसी तरह का कोई विवाद नहीं है।
उधर, अहम मंत्रालय छीने जाने के बाद से नाराज़ चल रहे यूपी के मंत्री शिवपाल यादव का कहना है कि इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता। मैं अभी भी मंत्री हूं और रहूंगा। यूपी अध्यक्ष का पद भी बखूबी निभाऊंगा। पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ही उनके नेता हैं और वह उनका कहना मानेंगे। शिवपाल ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी में सब कुछ ठीक चल रहा है और पार्टी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मिलकर चुनाव लड़ेगी।
इससे पहले बुधवार को उन्होंने कहा था कि वह इस्तीफा नहीं देंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के साथ लंबी चली मीटिंग के बाद शिवपाल यादव ने कहा कि नेताजी ने उन्हें यूपी इकाई का अध्यक्ष बनाया है और वह इस ज़िम्मेदारी को निभाएंगे। शिवपाल ने यह भी कहा कि वह ज़िम्मेदारी से ख़ुश हैं और उन्हें बड़ा पद मिला है।
वहीं सीएम अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा था कि झगड़ा परिवार का नहीं सरकार का है। अखिलेश ने यह भी कहा था कि झगड़ा बाहर के लोग करवा रहे हैं। 'परिवार में नेता जी की बात मानते हैं। नेताजी की बात कौन नहीं मानेगा। सरकार में कोई झगड़ा नहीं है। परिवार में नेताजी की बात सबसे ऊपर है'। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने कुछ फैसले अपने आप लिए हैं। कुछ फैसले नेताजी के कहने पर भी लिए हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को अचानक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अपने बेटे अखिलेश यादव से पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का पद लेकर मुलायम सिंह ने इसे शिवपाल सिंह यादव को सौंप दिया। इसके बाद बतौर सीएम अखिलेश ने यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री शिवपाल से 3 मंत्रालय वापस ले लिए। जिसके बाद समाजवादी पार्टी और यादव परिवार में विवाद शुरु हो गया।