लखनऊ. शिवपाल यादव ने कहा है, 'नेताजी जो कहेंगे वो सब करूंगा। परिवार में कहीं कोई झगड़ा नहीं है। मुख्यमंत्री बनने की लालसा नहीं है।' उन्होंने ये भी कहा, 'मैं पिछली बार चाहता था कि नेताजी एक बार फिर से शपथ ले लें और लोकसभा चुनाव के बाद अखिलेश सीएम बन जाते। यदि इस बार चुनाव जीते तो अखिलेश को सीएम बनाने का प्रस्ताव रखूंगा।' शिवपाल ने एक इंटरव्यू में ये बातें कहीं।
सवाल:सरकार के कामकाज पर लग रहा है कि ब्रेक लग गया है। इस घटनाक्रम को लेकर सरकार की क्या स्थिति है?
शिवपाल: सबको चिंता है। मीडिया के लोगों को विशेष चिंता है। अखिलेश हमारा भतीजा है। मैंने उसका पालन-पोषण किया। वो मेरे बेटे की तरह है। तो जब बेटा यूपी की सबसे बड़ी कुर्सी पर विराजमान है तो हमको और क्या चाहिए। नेता जी मुखिया हैं।
सवाल:अखिलेश ने कहा कि बीच वाले काम बिगाड़ रहे हैं ?
शिवपाल: जो आपने कहा है मैंने कुछ बातें कल की थीं। मैंने जो सुना कि मेरे साथ बीच वाले हैं। उनके साथ तो ऐसे बीच वाले हैं जो कैबिनेट में हैं और काम भी नहीं करते। अखिलेश पढ़े-लिखे हैं। अकल से काम लें। सब नेता जी नहीं हो सकते। अखिलेश को पद मिला है तो जिम्मेदारी भी मिली है, उन्हें अभी बहुत कुछ सीखना है। अभी अनुभव की जरूरत है।
शिवपाल: जो आपने कहा है मैंने कुछ बातें कल की थीं। मैंने जो सुना कि मेरे साथ बीच वाले हैं। उनके साथ तो ऐसे बीच वाले हैं जो कैबिनेट में हैं और काम भी नहीं करते। अखिलेश पढ़े-लिखे हैं। अकल से काम लें। सब नेता जी नहीं हो सकते। अखिलेश को पद मिला है तो जिम्मेदारी भी मिली है, उन्हें अभी बहुत कुछ सीखना है। अभी अनुभव की जरूरत है।
सवाल: ये 'बाहरी' को बाहर निकालने की चर्चा चल रही है ?
शिवपाल: कहीं पर भी कोई नेताजी के आदेश को टाल नहीं सकता। मैंने कभी भी नेताजी के आदेश के बिना फैसला नहीं लिया। नेताजी का निर्णय-निर्णय। हमारे लिए नेता जी सब कुछ।
शिवपाल: कहीं पर भी कोई नेताजी के आदेश को टाल नहीं सकता। मैंने कभी भी नेताजी के आदेश के बिना फैसला नहीं लिया। नेताजी का निर्णय-निर्णय। हमारे लिए नेता जी सब कुछ।
सवाल:क्या अमर सिंह ने यह झगड़ा लगाया?
शिवपाल: अमर सिंह कभी भी हमारे परिवार का नुकसान नहीं कर सकते और न झगड़ा लगा सकते हैं। यहां अखिलेश के लोग भी बैठे होंगे। मैसेज कर रहे होंगे अभी।
शिवपाल: अमर सिंह कभी भी हमारे परिवार का नुकसान नहीं कर सकते और न झगड़ा लगा सकते हैं। यहां अखिलेश के लोग भी बैठे होंगे। मैसेज कर रहे होंगे अभी।
सवाल:कौमी एकता दल का विलय भी टाल दिया गया था ?
शिवपाल:कौमी एकता का विलय नेता जी का आदेश था। अब मुख्तार को छोड़ के अफजाल को ले लिया है।
शिवपाल:कौमी एकता का विलय नेता जी का आदेश था। अब मुख्तार को छोड़ के अफजाल को ले लिया है।
सवाल:तो अभी सुलह की क्या शर्तें हैं ?
शिवपाल:किसी की हैसियत नहीं कि जो नेताजी की बात को टाल दे। उनका निर्णय कल आएगा। हमारे परिवार में कोई झगड़ा नहीं। समाजवादी पार्टी एक है।
शिवपाल:किसी की हैसियत नहीं कि जो नेताजी की बात को टाल दे। उनका निर्णय कल आएगा। हमारे परिवार में कोई झगड़ा नहीं। समाजवादी पार्टी एक है।
सवाल:गायत्री प्रजापति वापस आए हैं?
शिवपाल:नेताजी ने फैसला ले लिया है। वो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जो चाहें करें।
शिवपाल:नेताजी ने फैसला ले लिया है। वो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जो चाहें करें।
सवाल:सुलह का रास्ता क्या होगा ?
शिवपाल:कोई झगड़ा नहीं है। इस तरह की बातें आपके परिवार में होती होंगी। ये बातें होती हैं। मुखिया सब सुलझा देता है। परिवार एक होना चाहिए।
शिवपाल:कोई झगड़ा नहीं है। इस तरह की बातें आपके परिवार में होती होंगी। ये बातें होती हैं। मुखिया सब सुलझा देता है। परिवार एक होना चाहिए।
सवाल:तो अखिलेश के साथ क्या विवाद हुआ ?
शिवपाल:कंफ्यूजन में कई बातें हो जाती हैं। फोन पर समझ नहीं आता, सामने बैठकर बात करने से सब सुलझ जाता है।
शिवपाल:कंफ्यूजन में कई बातें हो जाती हैं। फोन पर समझ नहीं आता, सामने बैठकर बात करने से सब सुलझ जाता है।
सवाल:अखिलेश का ऐसा कठोर कदम उठाना आपको चोट तो पहुंचाया होगा ?
शिवपाल:मुझे तो कोई परेशानी नहीं है। मुझे बहुत मिला है। मैंने फावड़ा भी चलाया है। खेती का काम भी किया है। मैं कभी एमएलए का चुनाव लडूंगा, ये सोचा न था। मुझे बहुत कुछ मिला। सीएम की लालसा नहीं है मुझे। मेरी कोई लालसा नहीं। चार साल पहले मैं बस चाहता था एक बार नेता जी फिर से सीएम बनें और लोकसभा चुनाव के बाद अखिलेश सीएम बनें। इस बार फिर चुनाव जीते तो अखिलेश मुख्यमंत्री बनेंगे।
शिवपाल:मुझे तो कोई परेशानी नहीं है। मुझे बहुत मिला है। मैंने फावड़ा भी चलाया है। खेती का काम भी किया है। मैं कभी एमएलए का चुनाव लडूंगा, ये सोचा न था। मुझे बहुत कुछ मिला। सीएम की लालसा नहीं है मुझे। मेरी कोई लालसा नहीं। चार साल पहले मैं बस चाहता था एक बार नेता जी फिर से सीएम बनें और लोकसभा चुनाव के बाद अखिलेश सीएम बनें। इस बार फिर चुनाव जीते तो अखिलेश मुख्यमंत्री बनेंगे।