जानिए कौन हैं दर्शन सिंह यादव? जिन्हें सौंपा गया था अखिलेश-शिवपाल विवाद को सुलझाने का काम

Update: 2016-10-27 15:37 GMT

उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच चल रही तकरार खत्म नहीं हो रही है। लेकिन क्या आपको पता है इस विवाद को सुलझाने का काम किन्हें सौंपा गया था? जहां समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने पारिवारिक विवाद में किसी भी बाहरी को घुसने का मौका नहीं दिया, वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसे सुलझाने का जिम्मा दर्शन सिंह यादव को मिला था। 80 वर्षीय दर्शन सिंह यादव कोई आम इंसान नहीं हैं, वह मुलायम के पैतृक गांव सैफई के प्रधान हैं।

पिछले सोमवार को दर्शन सिंह ने मुलायम और उनके भाई शिवपाल यादव और सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान इस पारिवारिक विवाद को खत्म करने को लेकर चर्चा की गई। इसके बाद अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी विधायकों से प्रधान जी के साथ हुई मुलाकात के बारे में बताया।

अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, दर्शन सिंह ने कहा, "अखिलेश अपने पिता के सामने क्या है? मैने कहा मुलायम, कान पर एक लगाओ ठीक हो जाएगा। मैने मुलायम को यह भी समझाया कि तुमने इतनी बड़ी लड़ाइयां जीती हैं तो इससे क्यों चिंता कर रहे हो।"

दर्शन सिंह यादव को पिछले साल यश भारती से सम्मानित किया गया था। वह राज्य में सबसे ज्यादा सालों तक प्रधान रहने वाले शख्स हैं। दर्शन सिंह पिछले 44 साल से सैफई के ग्राम प्रधान हैं। दर्शन सिंह 1972 से सैफई के प्रधान चुने जा रहे हैं। साल 1967 के चुनाव में दर्शन सिंह 'प्रधान' मुलायम सिंह यादव के साथ साइकिल पर घूम-घूमकर चंदा मांगते थे और चुनाव प्रचार करते थे। सैफई में होने वाले किसी भी समारोह में ग्राम प्रधान की कुर्सी मुलायम सिंह यादव के बराबर में ही रखी जाती है।

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