समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने 500 और 1000 के नोट बंद करने पर मोदी सरकार को घेरा है. मुलायम सिंह ने कहा कि हम कालेधन के खिलाफ हैं. हम भी चाहते है कि चुनाव में कालाधन ना लगे. उन्होंने कहा है कि आजादी के बाद सपा ने कालेधन के खिलाफ सबसे पहले लड़ाई लड़ी.
बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी कालाधन लाने का वादा पूरा नहीं कर पाई. बड़े नोट बंद होने पर सोने के दाम बढ़ गए. लोगों को जरूरत की चीजें नहीं मिल रही हैं. मुलायम सिंह ने कहा कि 500 और 1000 के नोट बंद करने का फैसला बीजेपी ने सिर्फ चुनाव को देखकर लिया है. एक औरत की इससे मौत हो गई, क्योंकि उसे 500 के छुट्टे नहीं मिले. 500 के नोट जलाए जा रहे हैं. मोदी सरकार ने देश को कुछ पूंजीपतियों के हाथों में गिरवी रख दिया है.
सपा सुप्रीमो ने कहा, 'मैं मानता हूं कि कुछ दिनों के लिए फैसले को टालना चाहिए. मुलायम सिंह ने कहा कि महिलाएं अपने घरों में कुछ पैसे बचा कर रखती हैं. उन्हें 5 लाख रुपये तक छूट मिलनी चाहिए.' 500 और 1000 रूपये के नोट अचानक बैन किए जाने को मुलायम सिंह यादव ने अघोषित आपातकाल बताया और कहा कि सरकार ने लोगों को जेल में डाले बिना नजरबंद कर दिया है.
वहीं सपा प्रमुख ने राज्य में किसी भी प्रकार के गठबंधन की संभावना को नकार दिया है. मुलायम सिंह ने दो टूक कहा कि उनकी पार्टी किसी से गठबंधन नहीं करेगी लेकिन अगर कोई पार्टी आकर विलय करना चाहती है तो कर सकती है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक मुलायम सिंह का यह कथन सिर्फ दूसरी पार्टियों पर दबाव बनाने के लिए है और गठबंधन के लिए बातचीत का सिलसिला चल रहा है.