लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने आज पहली बार भाषण दिया। प्रियंका ने कहा कि वाद विवाद की संस्कृति हमारी दशकों पुरानी है। उन्होंने कहा कि इसी परंपरा से हमारा स्वतंत्रता संग्राम उभरा और आजादी की लड़ाई लड़ी गई।
उन्होंने कहा कि इस आजादी की लड़ाई में एक आवाज उठी और वो देश की आवाज थी जो आज हमारा संविधान है। प्रियंका ने इस दौरान यूपी की योगी सरकार को भी खूब घेरा।
संभल हिंसा पर क्या बोलीं प्रियंका?
प्रियंका गांधी ने अपने पहले भाषण में यूपी के संभल हिंसा का भी मुद्दा उठाया। संविधान पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि एक 17 साल का बच्चा अदनान मेरे पास आया था, वो संभल हिंसा का पीड़िता था। उन्होंने कहा वो एक टेलर का बेटा था जो हर रोज अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने जाते थे।
अदनान को सपने देखने की ताकत संविधान ने दी
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि जब उसके पिता उन्हें स्कूल छोड़कर दुकान जाते हैं तो संभल में हिंसा हो जाती है। इसे देखकर वो घर वापस जाने लगते हैं और तभी पुलिस की गोली में उनकी जान चली गई। जब वो लड़का मिला तो उसने मुझसे बस यही कहा कि मेरे पिता मुझे डॉक्टर बनाना चाहते थे और मैं बनकर दिखाउंगा। प्रियंका ने कहा कि ये सपने देखने की ताकत भी संविधान ने ही दी है।
उन्नाव रेप पीड़िता का उठाया मुद्दा
प्रियंका गांधी ने यूपी के उन्नाव रेप कांड का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि 20 साल की लड़की से बार-बार रेप हुआ। जब वो लड़की अपनी लड़ाई लड़ने बाहर निकली तो उसे जलाकर मार डाला गया। उन्होंने कहा कि बेटी को पिता ने बताया कि उन्होंने उसे रोका भी था, लेकिन उसने कहा कि मैं अपनी लड़ाई लड़ूंगी। प्रियंका ने कहा कि लड़की को ये क्षमता संविधान ने ही दी है।
प्रियंका ने इसके साथ ही हाथरस में युवती की मौत और जबरन अंतिम संस्कार का मुद्दा भी उठाया और यूपी सरकार पर बरसीं।