कन्नौज स्टेशन हादसे में अब रेल जिहाद का मोड़... वीडियो में शटरिंग से छेड़छाड़ करता दिखा युवक; जांच शुरू

Update: 2025-01-19 12:04 GMT

कन्नौज। रेलवे स्टेशन हादसे में ठेकेदार और उसके इंजीनियर के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद उन पर गिरफ्तारी का शिकंजा कसने के बीच घटना को नया मोड़ देने की कोशिश शुरू हो गई है। निर्माणाधीन स्टेशन का लेंटर ढहने की घटना के सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर इंटरनेट मीडिया पर इसे रेल जिहाद बताया जा रहा है।

फुटेज में एक युवक शटरिंग के बीच खड़ा दिखता है। पहले उसे शटरिंग की देखरेख करने वाला मजदूर बताया गया था। छह दिन बाद उसे हादसे का जिम्मेदार बताते हुए वाट्सएप ग्रुपों पर वीडियो के साथ मैसेज प्रचलित हुआ रेल जिहाद के तहत निर्माणाधीन लेंटर को ढहाया गया।

वीडियो का सच क्या है, जीआरपी अपनी जांच में इसे भी शामिल कर रही है तो आशंका भी जताई जा रही है कि प्रचलित मैसेज आरोपितों को बचाने का प्रयास भी हो सकता है।

13 करोड़ की लागत से हो रहा था निर्माण

कन्नौज रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत 13 करोड़ रुपये से बलिया की फर्म आशुतोष इंटरप्राइजेज भवन निर्माण करा रही है। 11 जनवरी को भवन का लेंटर ढह गया था। हादसे में 25 मजदूर घायल हो गए थे। इंटरनेट मीडिया में एक वीडियो प्रचलित है, जिसमें एक युवक शटरिंग के बीच दिखता है। शटरिंग में सहारे के लिए लगी बल्ली पकड़ते ही लेंटर ढह जाता है और युवक बाहर की ओर भागता है।

इस वीडियो की पोस्ट में युवक द्वारा शटरिंग से छेड़छाड़ करना बताया गया। यद्यपि हादसे के दिन ही देर रात को एक्स पर सीसीटीवी फुटेज पोस्ट किया गया था, तब शटरिंग के बीच मौजूद युवक को मजदूर बताया गया था।

युवक की जा रही तलाश

कन्नौज पुलिस की सरायमीरा चौकी प्रभारी अजब सिंह ने वाहन स्टैंड और रेलवे परिसर में लगे सीसी कैमरों के डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) को हादसे के बाद कब्जे में लिया था। मामले की जांच कर रहे जीआरपी चौकी प्रभारी दीपक त्रिवेदी के अनुसार वीडियो का सच जानने के लिए युवक की पहचान कर तलाश कराई जाएगी। पूछताछ और जांच के बाद पूरी स्थिति साफ होगी।

जीआरपी टीम ने घायल मजदूरों से बल्ली लगाने वाले युवक के बारे में जानकारी की, लेकिन सुराग नहीं लगा। जीआरपी अब वीडियो से फोटो प्रिंट कर नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) और स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) को भेजेगी।

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