भीमराव आंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने पर अमृतसर में तनाव, सड़कों पर उतरे लोग; भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात
अमृतसर। गणतंत्र दिवस के दिन बाद दोपहर थाना कोतवाली से डेढ़ सौ कदम की दूरी पर स्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर एक युवक द्वारा हथौड़े मारने और वहां बनी संविधान की किताब को जलाने का मामला फूल पकड़ता जा रहा है।
इस घटना का विरोध जताते हुए धूना साहिब के महंत मलकियत नाथ, महंत गिरधारी लाल, संत बाबा बलवंत नाथ और अलग-अलग एससी समाज के संगठनों के लोग भंडारी पुल पर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। समाज के लोगों ने मांग की है कि इस मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए ताकि सच जनता के सामने लाया जा सके। इस दौरान भंडारी पुल पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है।
आंबेडकर की प्रतिमा पर मारा था हथौड़ा
गौरतलब है कि 26 जनवरी दिन रविवार की दोपहर को टाउन हॉल स्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर एक युवक ने हथौड़े मार और संविधान को जला दिया। इस दौरान हेरिटेज स्टेट में तैनात प्राइवेट एजेंसी के सुरक्षा कर्मचारियों ने उसे युवक को वहीं पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोपित की हुई पहचान
पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपित की पहचान धर्मकोट के आकाश सिंह के रूप में हुई है। वहीं इस घटना को लेकर थोड़ी ही देर में पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे।ट
सीएम मान ने की निंदा
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी बीआर आंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस घटना के लिए किसी को माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने प्रशासन को मामले की गहन जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
प्रताप सिंह बाजवा ने सरकार पर साधा निशाना
पंजाब विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने हेरिटेज स्ट्रीट में डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा की बेअदबी और वहां बनी हुई संविधान की पत्थर की कृति को जलाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने पंजाब सरकार की विफलता करार देते हुए पूरे मामले की जांच सिटिंग जज से करवाने को कहा है।
उन्होंने कहा कि हमें और किसी भी एजेंसी पर विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा दुख का विषय क्या होगा कि गणतंत्र दिवस के दिन यह घटना हो रही है। यहां से कुछ ही दूरी पर श्री हरमंदिर साहिब है और यहीं पास में ही थाना बना हुआ है।