औरंगजेब की कब्र को खोद अरब सागर में डालने की मांग, हिंदू सेना ने गृहमंत्री को लिखा पत्र

Update: 2025-03-06 14:39 GMT

नई दिल्ली। मुगल शासक औरंगजेब को लेकर छिड़े राजनीतिक विवाद में हिंदू सेना भी उतर आई है। उसने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर औरंगजेब को बर्बर शासक घोषित करते हुए देश में उसके नाम पर रखे गए सभी मार्गों और स्थानों के नाम बदलने के लिए गजट अधिसूचना जारी करने की मांग की है। पत्र में मांग करते हुए कहा है कि, महाराष्ट्र के संभाजीनगर में औरंगजेब के अवशेषों को खोदकर जलाया जाना चाहिए और उसे अरब सागर में विसर्जित किया जाना चाहिए। उस स्थान पर स्कूल या अस्पताल बने।

गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि पूर्व में अमेरिका की सरकार ने आतंकी ओसामा बिन लादेन और फ्रांसीसी और रूसी क्रांति के अवशेषों के साथ ऐसा किया है।

उसके बर्बर कृत्यों का अच्छी तरह से वर्णन

विष्णु गुप्ता ने आगे कहा कि कई ऐतिहासिक अभिलेखों और उसके शासनकाल पर लिखी भरोसेमंद किताब "मासिर-ए-आलमगिरी" में उसके बर्बर कृत्यों का अच्छी तरह से वर्णन है। चाहे अपने पिता के सिंहासन के लिए अपने ही भाई-बहनों की हत्या हो या अपनी बेटियों की शादी न करने देना हो। उसने कई हिंदू मंदिरों और मठों को नष्ट करने के लिए कुख्यात "फरमान" जारी किया था।

हिंदू शासकों की बर्बर हत्या की

उसकी सजा के बर्बर कृत्यों का अच्छी तरह से वर्णन किया गया है। उसने हिंदू शासकों की बर्बर हत्या की, चाहे वे गुरु तेग बहादुर सिंह, गोकुला जाट और छत्रपति संभाजी महाराज हों।

वह राजपुताना और मराठा शासकों के परिवारों का अपहरण करके उन्हें बंधक बना लेता था ताकि वह निर्विरोध शासन कर सके।

धार्मिक असहिष्णुता कर "जजिया" कर वसूला

औरंगजेब ने सभी गैर-मुस्लिमों से धार्मिक असहिष्णुता कर "जजिया" कर वसूला। वह एक असहिष्णु कट्टरपंथी था और करोड़ों लोग उसकी कट्टरता से प्रताड़ित थे। शांति और बहुसंस्कृतिवाद की भूमि भारत में ऐसे ऐतिहासिक व्यक्तित्व को आदर्श नहीं बनाया जाना चाहिए और न ही नवजात शिशुओं को उनका नाम दिया जाना चाहिए।

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