भूत-प्रेत संग झूमे, धधकती चिताओं के बीच खेली भस्म से होली, मणिकर्णिका घाट पर दिखा अनोखा नजारा

Update: 2025-03-11 07:37 GMT

भूतभावन बाबा विश्वनाथ के साथ रंगभरी एकादशी पर अबीर गुलाल संग होली खेलने के बाद मंगलवार की सुबह मणिकर्णिका घाट की विश्व प्रसिद्ध मसाने की होली का उत्सव शुरू हो गया। माता पार्वती का गौना कराकर अपने धाम में लौटे बाबा विश्वनाथ अपने गणों नन्दी, श्रृंगी, भृंगी और भूत प्रेत के साथ जलती चिताओं की भस्म से अद्भुत होली खेली। इस दौरान हर- हर महादेव के जयघोष से पूरा घाट गूंज उठा।

सबसे पहले धुनी रमाए नागा साधु मसान घाट पर पहुंचे। उनके ऊपर राख डालकर लोगों ने हाथ जोड़कर प्रणाम किया। इसके बाद आम भक्तों पर चिता भस्म फेंककर महादेव का जयघोष किया गया। इस दौरान घाटों पर अद्भुत नजारा दिका।

डीजे न बजने से घटा उत्साह

मसान होली में डीजे प्रतिबंधित किया गया है। ऐसे में डीजे न बजने की वजह से मसाने की होली मनाने आए कई फैन उदास दिखे। नाच- गाना न होने से युवाओं का उत्साह कम दिखा। लेकिन भक्तों की भीड़ जुटी रही।

हर सड़क और गालियां हुईं चोक

मणिकर्णिका घाट की ओर जाने वाले सभी रास्ते चोक हो गए। भीड़ गलियों, घाटों और बोट से सीधे मणिकर्णिका घाट पर पहुंचती रही। इस दौरान जमकर धक्कामुखी भी हुई।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे

मणिकर्णिका घाट पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। घाट की ओर जाने वाले रास्ते पर भी जवानों की तैनाती रही। सुरक्षाकर्मी भीड़ को कंट्रोल करने में जुटे रहे। 

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