डॉ. अंबेडकर के चित्र से चेहरा काटकर अखिलेश यादव की फोटो जोड़ने पर बवाल, बीजेपी का जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन
ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली।जिले में उस वक्त सियासी हलचल तेज हो गई जब एक आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस फोटो में संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के चेहरे को काटकर उसमें समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का चेहरा जोड़ा गया था। इस हरकत से आहत भारतीय जनता पार्टी ने जिला मुख्यालय पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया।
बीजेपी कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखने को मिला। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में बाबा साहब की तस्वीरें लीं, काली पट्टियां बांधीं और जमकर नारेबाजी की।अखिलेश यादव होश में आओ,बाबा साहब का अपमान नहीं सहेंगे जैसे नारों से जिला मुख्यालय गूंज उठा।धरने में भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह, चकिया विधायक कैलाश आचार्य, मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल समेत सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह ने कहा कि यह केवल एक तस्वीर नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की भावनाओं से खिलवाड़ है। बाबा साहब के चेहरे से छेड़छाड़ कर अखिलेश यादव ने दलित समाज और संविधान दोनों का अपमान किया है। भाजपा इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। हम इस मुद्दे को लेकर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।
इस दौरान चकिया विधायक कैलाश आचार्य ने कहा कि यह कृत्य समाज को बांटने की साजिश है। बाबा साहब किसी पार्टी या व्यक्ति के नहीं, बल्कि पूरे देश के हैं। उनकी छवि के साथ छेड़छाड़ करना लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है। सरकार को इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज कर दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए।
इस दौरान डीडीयू विधायक रमेश जायसवाल ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को इस घिनौनी हरकत के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। ये कार्य समाज में नफरत फैलाने वाला है। भाजपा कार्यकर्ता इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेंगे।धरना करीब दो घंटे चला, इसके बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा लेकिन पुलिस प्रशासन पूरे समय मौके पर तैनात रहा।
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक मॉर्फ की गई फोटो वायरल हुई जिसमें डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूल तस्वीर में उनके चेहरे का आधा हिस्सा हटा कर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव का चेहरा जोड़ दिया गया। इस फोटो के साथ नया भारत - नई सोच जैसे संदेश भी लिखे गए थे, जिससे यह प्रतीत होता था कि सपा की विचारधारा अब अंबेडकर से जुड़ी हुई है। बीजेपी ने इसे डॉ. अंबेडकर का अपमान करार दिया है।बता दें कि धरने के बाद प्रशासन ने जांच का आश्वासन दिया है। पुलिस आईटी सेल को सक्रिय कर मामले की तहकीकात शुरू कर चुकी है और वायरल फोटो की स्रोत पहचानने की कोशिश की जा रही है।