कर्क राशि में नीचस्थ मंगल 3 अप्रैल 2025 से 7 जून 2025 तक रहेगा। उपद्रव होने की संभावना है।

Update: 2025-04-21 04:12 GMT

प्रेम शंकर मिश्रा 

भूमि, पराक्रम, साहस और रक्त के कारक मंगल अब मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश कर गए हैं। मंगल कर्क राशि में नीच के होते हैं और ये 6 जून 2025 तक इसकी राशि में रहेंगे। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल के नीच राशि में आने पर मंगल की शक्तियों में कोई कमी आ सकती है। ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के अनुसार मंगल के नीच राशि में आने की वजह से ज्यादा गर्मी, आग और भूकंप जैसी घटनाओं में वृद्धि हो सकती है।

5 जून तक व्यक्तिगत स्तर पर सावधानी बरतने की ज़रूरत है !

कर्क राशि में नीचस्थ मंगल उपद्रव मचाए हुये है !

सबको चपेटे में ले रहा है

जिधर देखिये सड़क दुर्घटना,हृदय आघात,मानसिक तनाव,आत्महत्या,मारपीट की घटनायें तेजी से घट रही हैं।

इससे बचने के लिए अनेक प्रकार की सावधानी अपेक्षित है।

कुछ उपाय जो सहजता से सम्पन्न हो सकते हैं उन्हें इन दिनों अवश्य कर लेना चाहिए,जैसे ......

१. लंबी दूरी की यात्रा को अकेले ड्राइव करते हुए न करें।

२. ⁠सिर ढके बिना धूप में अधिक देर तक खड़े न हों, न तो पैदल चलें।

३. लक्ष्य हीन,निरर्थक झगड़े से बचें।

४,यात्रा पर निकलने से पहले अपने इष्टदेव को प्रणाम कर निकलें।

५.इन दिनोंकिसी न किसी कवच का पाठ प्रतिदिनअवश्य करें।

६.मंगल ग्रह को गुड पदार्थ प्रिय है, अतः मंगलवार को गुड दान करना श्रेयस्कर होता है अथवा गोमाता को गुड खिलाये!

जो इसके चपेट में आ चुके हैं वह महामृत्युंजय मंत्र का जप करे या कराए।

काशी विश्वनाथ और भगवती जगदंबा सबकी रक्षा करें !

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