Janta Ki Awaz

भोजपुरी कहानिया - Page 11

कुंदन बाबू ...... रिवेश प्रताप सिंह

10 Dec 2017 10:23 AM GMT
कुंदन बाबू बीए तृतीय वर्ष में प्रवेश के साथ बहुत मामलों में परिपक्व हुए लेकिन 'प्रेम और हृदय' जैसे विषयों पर उनकी तर्कशक्ति माध्यमिक स्तर की ही थी।...

एक कहानी सीधे मोतीझील से......... "देवी"

9 Dec 2017 8:39 AM GMT
दिन के डेढ़ बज के पौने तीन मिनट हो रहे हैं पर अबतक आलोक पाण्डेय के मुह में एक बून्द पानी भी नही गया है।सुबह से एक भी अलमारी नही बची जिसमे रखी सभी...

शुक्रिया ज़िन्दगी... शुक्रिया दोस्तों!

9 Dec 2017 2:52 AM GMT
यूपी-बिहार की पैसेंजर ट्रेनों में एक साथ कई मोर्चे पर युद्ध करना होता है। पटना में गया वाली ट्रेन जैसे ही रुकी, मुझे आपातकालीन खिड़की के पास सीट खाली...

गाँव तो बेटियों के ही होते हैं...

7 Dec 2017 3:30 AM GMT
जब गेहूँ की फसल देकर थक चुके खेत, चैत-बैसाख में अलसाए से पड़े रहते हैं और अचानक बारिश का एक झोंका उत्तर से आकर भिगोते हुए भाग जाता है, तब खेत चौंक कर...

रामs रामs रामs हो जी के, राम जी के नईया हो.....

6 Dec 2017 12:23 PM GMT
कथा है, कि लंका जाने के लिए पुल बनाने के समय जब बानर समुद्र के जल में पत्थर पर राम जी का नाम लिख कर डाल रहे थे, तब राम जी ने भी एक पत्थर डाला। सबके...

असित - वेंट टू वेंट....

5 Dec 2017 2:59 PM GMT
अगर गौ गंगा और गीता की शपथ लेकर कोई बात कहनी हो तो कहना ही पड़ेगा कि मुझे प्यार से नहीं यात्राओं से डर लगता है। हिंदी साहित्य की जितनी भी विधाएँ हैं...

यह चुनाव है डार्लिंग...

14 Nov 2017 2:20 PM GMT
गुजरात चुनाव अपने आनंददायक मोड़ पर है, चहुँओर आनंद चू रहा है। स्थापित शब्दों के अर्थ ब्यापक हो रहे हैं। धर्मनिरपेक्षता के नए अर्थ ने फिलहाल राजनीतिक...

"हम ओके 5 तारीख के मुआ देब!"

13 Nov 2017 4:28 AM GMT
स्टेशन पर भीड़ ज्यादा रहे। पैसेंजर ट्रैन के आवे के घोषणा हो गईल रहे अउरी यात्री लोग ट्रैन पकडे खातिर प्लेटफार्म नंबर तीन पर लटकल रहे। ट्रैन बबलू के भी...

भानुमति:7

3 Nov 2017 1:13 AM GMT
किसी समय के दरिद्र और आज कुरुसत्ता के एक मजबूत स्तम्भ, श्रेष्ठ गुरु और कुरुओं के महान सैनिक नेता आचार्य द्रोण युद्धशाला में अपने नित्य के आसन पर बैठे...

गोदान

3 Nov 2017 12:41 AM GMT
गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज कहते हैं कि ''जनमत मरत दुसह दुख होई" लेकिन पैदा होने के दुख की मुझे कोई स्मृति नहीं है, सौरमंडल की सउर (सौर) से सैर तक,...

आत्महत्या (लघु कथा)

2 Nov 2017 11:22 AM GMT
भोर होखे में अबही देर रहे। हमरा आँखि में नींद ना रहे। मन अकुताईल रहे। जिनगी बहुते नीरस हो गइल रहे। बेटा पतोह दुनु अपना अपना काम मे अझुराईल रहले सन।...

एकता दिवश...

2 Nov 2017 2:57 AM GMT
संभव है कि आप मेरी बातों से सहमत नहीं हों, पर यह सच है कि सत्ता के षड्यंत्र अबूझ होते हैं। कई बार इतने अबूझ कि जनता युगों तक समझ नहीं पाती कि उसका किस...
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