बसपा सुप्रीमो मायावती का कहना है, मुसलमान बीजेपी को हराने के लिए बसपा से जुड़ रहे हैं इस बात पर मुस्लिम नेताओं खासकर आजम खां का मुसलमानों को भला-बुरा कहना शोभा नहीं देता।
मायावती ने कहा, आजम का ऐसा करना चाटुकारिता है। वह अपना जमीर मारकर मुलायम सिंह और उनके बबुआ की चाटुकारिता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजम की मुसलमानों को सपा का गुलाम बनाने की साजिश पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है।
अब मुस्लिम समाज के लोग खुद अपने अच्छे बुरे को समझ कर के फैसला ले रहे हैं। उन्होंने चुनाव में बढ़-चढ़कर मतदान किया है ताकि बीजेपी एंड कंपनी और साम्प्रदायिक ताकतों को हरा सकते। आजम खां की नाराजगी का यही कारण है लेकिन उन्हें अपने भविष्य से ज्यादा अपनी कौम की, सूबे की व मुल्क की फिक्र पहले करनी चाहिए।
मायावती ने कहा कि बसपा ने कभी किसी समाज का सिर झुकने नहीं दिया। उन्होंने सपा और भाजपा पर मिली-भगत का आरोप भी लगाया।