प्रशासन के खुफिया तंत्र ने यह सूचना दी थी कि यदि पूर्व सांसद भालचंद यादव को खुला छोड़ दिया गया, तो वे बड़े पैमाने पर बूथ को मेनेज कर सकते हैं, प्रभावित कर सकते हैं। इसी कारण जैसे ही वे वोट डाल कर बाहर निकले। पुलिस के अधिकारियों ने उन्हे नजरबंद किए जाने की सूचना दी । पहले तो उनके समर्थकों ने बवाल करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस का रुख देख कर सहम गए। पूर्व सांसद भालचंद ने इसे अवैधानिक कृत्य करार दिया है।
– प्रो. (डॉ.) योगेन्द्र यादव