लखनऊ - योगी आदित्यनाथ सरकार भले ही प्रदेश में बदमाशों के खिलाफ अभियान झेड़ रही है, लेकिन उनके इस अभियान पर सवाल उठने लगे हैं। प्रदेश में इन दिनों हो रहे बदमाशों के एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी बेचैन है। समाजवादी पार्टी ने राज्यपाल से मांग की है कि वह प्रदेश में चल रहे एनकाउंटर के बीच हो रहे फर्जी एनकाउंटर पर रोक लगाई जाए।
समाजवादी पार्टी ने आज प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक को इस बाबत ज्ञापन सौंपा है। समाजवादी पार्टी ने बदमाशों के लगातार हो रहे एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं। आज समाजवादी पार्टी के छह सदस्यीय दल ने राज्यपाल राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की।
राजभवन में इस मुलाकात के दौरान समाजवादी पार्टी ने राज्यपाल को प्रदेश में हो रही कई मुठभेड़ों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। प्रदेश में कई एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए समाजवादी पार्टी ने राज्यपाल राम नाईक को अपनी चिंता से अवगत कराया।
ग्रेटर नोएडा में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए सुमित गुर्जर का मामला गर्म हो गया है। इस एनकाउंटर को उसके परिवार वाले फर्जी बता रहे हैं। 3 अक्टूबर को ग्रेटर नोएडा में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए सुमित गुर्जर के मामले में परिजनों ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए पुलिस को हत्यारा करार दिया है। एक तरफ जहां नोएडा पुलिस का दावा है कि कैश वैन लूटने के बाद ड्राइवर की हत्या के बाद दो बदमाशों के साथ सुमित गुर्जर भाग रहा था, तभी उसे मुठभेड़ में मार दिया गया। वहीं, परिजनों का कहना है कि नोएडा पुलिस सुमित को पूछताछ के लिए उठाकर ले गई थी, फिर सुमित ने कैसे लूट कर ली।
यूपी सरकार एनकाउंटर कर अपराधियो में खौफ बनाने लगी है। इस साल 1 अप्रैल से 14 सितम्बर 2017 तक कुल 420 मुठभेड़ हुई। जिसमें 15 कुख्यात बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया गया है। 1104 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा गोली लगने से 84 बदमाश घायल हुए हैं। 420 मुठभेड़ों में 88 पुलिसकर्मी भी गोली लगने से घायल हुए हैं, जबकि एक दारोगा जय प्रकाश चित्रकूट में शहीद हो गए। इस अभियान में 868 इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। 54 अपराधियों पर NSA लगाया गया है। इसी तरह 69 बदमाशों की अवैध सम्पत्तियां जब्त की गई है।
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कहा कि मुठभेड़ के नाम पर फर्जी एनकाउंटर भी हो रहे हैं। सपा के प्रतिनिधिमंडल में नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी, विधान परिषद में नेता विपक्ष अहमद हसन, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, अतुल प्रधान और राम सुंदर दास निषाद भी थे।