राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शेखर दीक्षित ने भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नरेश टिकैत द्वारा दिए गए पाकिस्तान समर्थक बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि
"देशद्रोहियों से सहानुभूति रखने वालों को किसान नेता कहलाने का कोई अधिकार नहीं है। जो शहीदों के लहू की जगह आतंकियों के आँसू पोंछ रहे हैं, वे किसानों के नहीं, पाकिस्तान के समर्थक हैं।"
श्री दीक्षित ने कहा कि हमारे देश के वीर जवान सीमाओं पर अपना बलिदान दे रहे हैं। ऐसे में आतंकियों के पक्ष में बयान देना न केवल राष्ट्रीय स्वाभिमान के खिलाफ है, बल्कि किसानों और जवानों के बलिदान का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय किसान मंच का स्पष्ट मत है कि पानी हमारा हक है और उस पर पहला अधिकार भारत के किसानों का है, न कि पाकिस्तान का। जो देशद्रोही हरकतें करे, उसे पानी नहीं, सख्त और निर्णायक जवाब मिलना चाहिए। जो पाकिस्तान की भाषा बोलेगा, वह भारत के किसानों का प्रतिनिधि नहीं हो सकता। श्री दीक्षित ने दोहराया कि राष्ट्रीय किसान मंच का हमेशा यह सिद्धांत रहा है कि राष्ट्र पहले, राजनीति बाद में। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र हित में जो भी निर्णय सरकार लेगी हम उसके साथ हैं.