यूपी के 16 बड़े शहरों में से 14 के मेयर ऑफिस पर भगवा झंडा लहरा रहा है. बीजेपी ने लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर, वाराणसी, मथुरा, अयोध्या, सहारनपुर, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, बरेली, सहारनपुर, झांसी और आगरा जीत लिया है. जबकि अलीगढ़ और मेरठ में मेयर की कुर्सी बीएसपी के खाते में गई है.
यूपी की हवा गुजरात तक जाने की इसलिए भी संभावना लग रही है क्योंकि जुलाई में जीएसटी लागू होने के बाद ये पहला बड़ा चुनाव है. यूपी के जिन शहरों में बीजेपी जीती है- वो ही यूपी में कारोबार और उद्योग धंधों के लिहाज से गिने-चुने शहर हैं, यानी अगर यूपी का कारोबारी जीएसटी के खिलाफ नहीं है तो कारोबारी राज्य गुजरात में भी ऐसा ही ट्रेंड देखने को मिल सकता है.
यूपी के बड़े शहरों में बीजेपी की जीत का गुजरात कनेक्शन इसलिए भी जुड़ रहा है क्योंकि यूपी के नतीजे शहरी इलाकों के हैं और गुजरात की आबादी में बड़ी तादाद शहरी इलाके की है. गुजरात में 42.58 फीसद आबादी शहरी इलाकों में रहती है जबकि 58.42 फीसद आबादी ग्रामीण इलाकों में. यूपी के निकाय चुनावों में कांग्रेस कहीं भी जीत के आसपास दिखाई नहीं पड़ी. वहीं कांग्रेस जो गुजरात में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने का दम भर रही है. अब कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि गुजरात के चुनाव में यूपी के निकाय चुनाव नतीजों का कोई असर नहीं पड़ेगा.
जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है, 'जो लोग गुजरात चुनाव के लिए बड़ी बड़ी बातें कर रहे थे, निकाय चुनाव में उनका खाता भी नहीं खुल पाया.' योगी ने आगे कहा,' ऐसे लोगों का अमेठी लगभग सूपड़ा ही साफ हो गया है. जनता ने इन लोगों को सबक सिखा दिया है
लोकसभा चुनाव के समय से बीजेपी ने लगातार राज्यों पर जो पकड़ बनाई, वह अब और मजबूत दिख रही है. यूपी में जीत का गुजरात कनेक्शन अमेठी और गौरीगंज यानी राहुल गांधी के गढ़ में कांग्रेस की हार से जुड़ गया है.