शेयर मार्केट से आ रहे संकेतों की मानें तो, गुजरात चुनाव में भाजपा क्लीन स्वीप करने जा रही : विजय तिवारी
शेयर मार्केट से आ रहे संकेतों की मानें तो गुजरात विधान सभा चुनावों में भाजपा पिछली बार से भी अधिक सीटें जीतकर आ सकती है. कुछ दिनों से लगातार गोते खा रहा सेंसेक्स गुरुवार को अचानक 352 अंक ऊपर जाकर बंद हुआ. सेंसेक्स की यह बढ़त शनिवार को होने जा रहे पहले चरण के चुनाव से एक दिन पहले शुक्रवार को भी जारी रहा और यह 301 अंक ऊपर जाकर बंद हुआ.
एक्सपर्ट्स के अनुसार गुजरात चुनाव और शेयर मार्केट के बीच सीधा संबंध है और यह संबंध लंबे समय से चला आ रहा है. सेंसेक्स पर गुजरात के कारोबारियों का ठीकठाक असर रहता है. उनके अनुसार, पहले चरण के चुनाव से दो दिन पहले सेंसेक्स का लगातार इतना ऊपर जाना इस बात की तरफ इशारा करता है कि गुजरात चुनाव में भाजपा क्लीन स्वीप करने जा रही है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, राज्य की बिजनेस कम्युनिटी इस बार भी भाजपा के साथ खड़ी है और जैसे-जैसे चुनावी तस्वीर साफ होती जा रही है, वैसे-वैसे उनका उत्साह बढ़ता जा रहा है. सेंसेक्स का लगातार ऊपर जाना साफ तौर पर इस बात का सूचक है कि गुजरात में भाजपा की अच्छी जीत होने जा रही है.
क्या कहते हैं ओपिनियन पोल
टाइम्स नाऊ-वीएमआर के ओपिनियन पोल के अंतिम राउंड में चुनाव की जो तस्वीर सामने आई है, वह भी राज्य की बिजनेस कम्युनिटी के इस कॉन्फिडेंस का सपोर्ट करती है. उसके अनुसार, भाजपा आसानी से यह चुनाव जीतने जा रही है. पार्टी को 106-116 सीटें मिल सकती हैं, जो 91 सीटों के सामान्य बहुमत से काफी अधिक है. सर्वे ने कांग्रेस को वर्तमान 61 सीटों के बदले इसने 63 से लेकर 73 के बीच सीटें दी हैं. इसी तरह सी-वोटर्स के सर्वे ने भी भाजपा की आसान जीत का अनुमान जताया है. हालांकि कुल 182 सीटों में 150 सीटें जीतने के अपने टारगेट से वह पीछे रह जाएगी.
गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को वोटिंग
गुजरात में चुनाव दो चरणों में होने जा रहे हैं. पहले चरण में 89 सीटों के लिए मतदान 9 दिसंबर को और दूसरे चरण में बाकी सीटों के लिए मतदान 14 दिसंबर को होगा. चुनाव के नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे.
लोकसभा चुनाव की यह थी तस्वीर
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 60 फीसदी वोट मिले थे और उसने राज्य की सभी 26 सीटें जीत ली थीं. हालांकि उसके बाद की तस्वीर तेजी से बदली और बीच में पार्टी को कई विरोधी आंदोलनों का सामना करना पड़ा.