(महसी/फखरपुर)। नंदवल बाजार स्थित पंचायत भवन की जमीन पर कब्जे को लेकर रविवार सुबह पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान पक्ष के लोग भिड़ गए। उनके बीच ईंट-पत्थर चले और फायरिंग की गई। इस दौरान दुकानों में आग लगा दी गई। पत्थरबाजी और फायरिंग में छह लोग घायल हुए हैं। चार दुकानें जल गईं।
मौके पर पहुंची छह थानों की पुलिस दो घंटे में स्थिति पर काबू पा सकी। तनाव को देखते हुए पुलिस के साथ पीएसी भी तैनात की गई है। सूचना पर डीआईजी और एसपी ने घटनास्थल का जायजा लिया। हिंसा में 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। बौंडी थाना क्षेत्र की नंदवल बाजार स्थित ग्राम पंचायत भवन की जमीन पर पूर्व ग्राम प्रधान मोहम्मद याकूब अपना हक जता रहे हैं। सोमवार सुबह पूर्व प्रधान याकूब अपने सहयोगी इरफान, कलऊ व अन्य दर्जनों समर्थकों के साथ पंचायत भवन पर पहुंचे और उसकी चहारदीवारी को ढहाकर नया निर्माण शुरू करा दिया।
इसकी सूचना पर ग्राम प्रधान विनोद कुमार भी समर्थकों के साथ पहुंचे। दोनों पक्ष में विवाद के साथ मारपीट और पथराव शुरू हो गया। दोनों तरफ से एक-दूसरे पर जमकर ईंट-पत्थर चलाए गए। इस बीच फायरिंग भी की गई जिससे अफरा तफरी मच गई।
भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पंचायत भवन के निकट बजरंगी के छप्पर, बुद्धू के होटल, नसीम की पान दुकान, फिरोज की मीट शॉप और खलील की चाय की दुकान में आग लगा दी। दुकानें धू-धू कर जल उठीं। फायरिंग और पथराव में सुखराम, शिवराम, बुद्धू, मुनीम वर्मा, सद्दाम और महफूज समेत छह लोग घायल हो गए। थाने पर सूचना देने के बावजूद पुलिस काफी देर तक नहीं पहुंची। जिसके संघर्ष और बढ़ा।
इसके बाद ग्रामीणों ने एसपी को सूचना दी जिस पर फखरपुर, हरदी, खैरीघाट, कैसरगंज और कोतवाली देहात थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पथराव करने वालों को खदेड़ा गया। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना पर देवीपाटन मंडल के डीआईजी जेपी सिंह, एसपी सालिकराम वर्मा, एएसपी दिनेश त्रिपाठी व देवेंद्र नाथ, एसडीएम, सीओ समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। आगजनी व पथराव से नंदवल बाजार में सन्नाटा पसर गया है। एसपी ने बताया कि तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई है।
सतर्कता के मद्देनजर दुकानें बंद हैं। ग्रामीणों के बयान के आधार पर 12 आरोपियों की पहचान पर उन्हें हिरासत में लिया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है। उधर प्रधान विनोद कुमार का कहना है कि दो दिन पूर्व पंचायत भवन पर कब्जे के मामले में पूर्व प्रधान ने धमकी दी थी। एसडीएम मनोज कुमार को अवगत कराया गया तो उन्होंने बीडीओ फखरपुर को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। बीडीओ ने एसओ को सुरक्षा के लिए निर्देशित किया लेकिन पुलिस चुप्पी साधे रही।
दो घंटे बाद पहुंचे एसओ
नंदवल बाजार में फायरिंग और पथराव की सूचना दिए जाने के बाद बौंडी एसओ मौके पर नहीं पहुंचे। नौ बजे जब फखरपुर और अन्य थानों की पुलिस ने पहुंचकर हालात पर काबू कर लिए तब एसओ घटनास्थल पर दिखाई पड़े।