बनारस : घरेलू घमासान के बाद सपा परिवार मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में रैली कर तीन लाख लोगों को जुटाकर बसपा को जवाब देने की तैयारी में है। लेकिन इसके पहले ही मुलायम के गढ़ आजमगढ़ में शिवपाल यादव का विरोध शुरू हो गया है। समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष आशीर्वाद ने अपने आधा दर्जन पदाधिकारियों के साथ आज इस्तीफा दे दिया।
बताते चलें कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव छह अक्टबूर को आजमगढ़ में चुनावी रैली करेंगे। पार्टी यहीं से चुनावी रैलियों की शुरुआत करती रही है। मगर, इस बार बसपा सुप्रीमो मायावती पहले ही आजमगढ़ में रैली कर चुकी हैं, लिहाजा सपा के सामने बसपा की रैली से ज्यादा भीड़ जुटाने और घमासान के बाद पार्टी के एकजुट होने का संदेश देने की चुनौती है।
मंगलवार को सपा के प्रदेश कार्यालय में शिवपाल यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में महासचिव व मंत्री अरविंद सिंह गोप, मंत्री बलराम यादव, पारसनाथ यादव, ओम प्रकाश सिंह, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने चुनावी तैयारी पर मंथन किया। इस बैठक में हिस्सा ले रहे 15 जिलों के जिलाध्यक्षों, महानगर अध्यक्षों को रैली की तैयारियों में जुटने का निर्देश दिया गय।
यह भी कहा गया है कि बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता को जनसभा में लाया जाए। एकजुट होकर कार्य करें और आगामी चुनाव की तैयारी के लिए बूथ स्तरीय कमेटियों का गठन कर लिया जाए। सपा के प्रदेश सचिव एसआरएस यादव ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष ने रैली में ज्यादा से भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है।