हिन्दू महासभा के नेता कमलेश तिवारी को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए उस पर से राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धाराओं को हटा दिया है। ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि कल तिवारी की उन्नाव जेल से रिहाई हो सकती है। फिलहाल कमलेश तिवारी उन्नाव जेल में ही बंद हैं। आपको बता दें कि कमलेश तिवारी ने पिछले साल दिसंबर में हजरत मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी की थी जिसके बाद पूरे उत्तर प्रदेश में समुदाय विशेष का विरोध-प्रदर्शन हुआ था। राजधानी लखनऊ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संवेदनशील शहर मुजफ्फरनगर में भी विरोध की लहर तेज हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कमलेश तिवारी ने अपने एक बयान में पैगंबर मोहम्मद साहब को गे करार दिया था जिसके बाद मुस्लिमों ने एकजुट होकर सड़कों पर उसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस ने उस पर कार्रवाई करते हुए न सिर्फ गिरफ्तार किया था बल्कि उसके ऊपर रासुका भी लगा दिया था।
तिवारी ने कहा था कि मोहम्मद साहब दुनिया के पहले समलैंगिक व्यक्ति हैं। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने प्रेसनोट के जरिए बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था कि मोहम्मद साहब सिर्फ समलैंगिक ही नहीं, बल्कि रेपिस्ट भी थे। साथ ही वह आतंकवादी भी थे। हिंदू महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी का कहना था कि पैगंबर मोहम्मद साहब ने अपने दोस्त अबू बकर के साथ अंतरंग संबंध बनाए, जिसके चलते अबू बकर की 9 साल की बेटी भी रेप का शिकार हुई।