संस्कृति मंत्रालय सचिव ने किया अवलोकन
कटक, 23 जनवरी।नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 128वीं जयंती पर संस्कृति मंत्रालय द्वारा बारबाटी किले, कटक में नेताजी पर केंद्रित विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। पराक्रम दिवस के अवसर पर आयोजित इस प्रदर्शनी में साहित्य अकादमी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस पर विभिन्न भारतीय भाषाओं में प्रकाशित 142 विशिष्ट पुस्तकें प्रदर्शित हैं। पुस्तक प्रदर्शनी के साथ ही उन पुस्तकों के प्रमुख अंशों के 24 पैनल भी सुरुचिपूर्ण ढंग से प्रदर्शित किये गये। साहित्य अकादमी के सचिव के.श्रीनिवासराव ने अवलोकन करते समय संस्कृति मंत्रालय के सचिव अरुणीश चावला को पुस्तकों से परिचित कराया। इनमें में सुभाषचंद्र बोस के जीवन के विभिन्न पड़ावों जैसे उनकी शिक्षा-दीक्षा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में प्रवेश, सशस्त्र क्रांति की वकालत, कांग्रेस अध्यक्ष बनने, गाँधी और नेहरू से उनके मतभेद, आजाद हिंद फौज के निर्माण और अंग्रेजों से युद्ध आदि के बारे में बताया गया है। इन सभी पैनलों के आधार पर हम समझ पाते हैं कि सुभाषचंद्र बोस किस तरह महान देशभक्त, विद्वान, संघर्षशील नेता, दार्शनिक एवं अध्यात्म में गहरी रुचि लेने वाले महान व्यक्तित्व बने।
प्रदर्शनी का अवलोकन कटक के सांसद भर्तृहरि महताब, साहित्य अकादमी के ओड़िया भाषा परामर्श मंडल के पूर्व संयोजक विजयानंद सिंह सहित शहर के अनेक गणमान्य लोगों, आम नागरिकों और विद्यार्थियों ने भी किया।