अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने मोदी-योगी से दक्षिणा में मांगा सनातन बोर्ड, धर्म संसद में उठेगा मुद्दा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सनातन बोर्ड के गठन की मांग तेज कर दी है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि वह महाकुंभ में दक्षिणा के रूप में पीएम मोदी और सीएम योगी से सनातन बोर्ड लेंगे।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सनातन बोर्ड के गठन की मांग तेज कर दी है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि वह महाकुंभ में दक्षिणा के रूप में पीएम मोदी और सीएम योगी से सनातन बोर्ड लेंगे। पुरी ने प्रयागराज धर्म संसद को लेकर भी अपनी बात रखी। इसके आयोजन की पूरी रूपरेखा उन्होने मीडिया के सामने साझा की।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि महाकुंभ सनातन धर्म की आस्था का केंद्र है, जिससे सभी की आस्था जुड़ी है, इसलिए इस महाकुंभ मे एक और सनातन का महाकुंभ होगा जो निर्णायक भूमिका में जाने का, धर्म की स्वतंत्रता का दिन होगा उस दिन सनातन बोर्ड का गठन किया जायेगा और सनातन का परचम लहराएगा।
आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरि ने कहा कि सनातन का अस्तित्व सृष्टि के प्रारंभ से है। बाकि सब इसके बाद की उपज है। उन्होंने कहा आज जिस तरह से हमारे मंदिर, मठ और धार्मिक स्थलों पर कब्जा किया हुआ है उन सब को मुक्त कराने का काम सनातन बोर्ड करेगा।
उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड मैं हर उस बात का ध्यान रखा जाएगा जो सनातन की रक्षा और सनातन के हित में हो। उन्होंने कहा कि पहले हर मठ के अपने आचार्य कुलम होते थे जहां विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ शास्त्र का भी ज्ञान और बौद्ध कराया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे सभी पर कब्जा हो गया। उन्होंने कहा कि अब उन सभी जगह को सनातन बोर्ड की मदद से कब्जा मुक्त कराकर दोबारा शुरू करने मे मदत करेगा।
अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास स्वामी देवकीनंदन ठाकुर ने कहा की हमारी बहन-बेटियों को स्कूलों में नचाया जा रहा है। हमारी संस्कृति अभी भी आजाद नहीं है। इस बात को आगे बढ़ाने के लिए हमें सनातन बोर्ड चाहिए। योगीजी और मोदीजी इस कुंभ के यजमान हैं और हमारे साथ मौजूद अखाड़ों के पीठाधीश्वर आचार्य हैं। उन्होंने कहा की यजमान बढ़िया है तो दक्षिणा भी अच्छी मिलेगी। उन्होंने कहा- बिना दक्षिणा के यज्ञ पूरा नहीं होता है।
हम दक्षिणा के रूप में यजमान पीएम मोदी और सीएम योगी से सनातन बोर्ड का गठन करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा की 27 जनवरी को सेक्टर-17 में सनातन धर्म संसद में सभी लोग पहुंचें। अगर बैठने की जगह न मिले तो खड़े रहो। खड़े रहने की जगह न मिले तो जाम लगाओ। इतनी ईमानदारी और मजबूती से मांग रखो कि वक्फ बोर्ड है तो सनातन बोर्ड हमें हर हाल में चाहिए। बिना सनातन बोर्ड लिए हम सनातनी कुंभ से वापस नहीं जाएंगे।
बड़ी संख्या में संतों ने लिया हिस्सा
महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी महाराज, (अर्जी वाले हनुमान मंदिर उज्जैन) ने कहा कि हम सभी स्वामी देवकीनंदन ठाकुर जी की बात का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि जो आर्यावृत सनातन का था उसमें पफ और वक्फ बोर्ड की कोई जगह नहीं थी और न उसका कोई अस्तित्व इस लिए वक्फ बोर्ड कों समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राचीन समय में विद्युत परिषद होती थी जिसके द्वारा यह सब निर्णय होता था। उन्होंने कहा कि हमें संवैधानिक बॉडी चाहिए जो व्यवस्थित हो। उन्होंने कहा कि जो पुराना था वह हमें वापस किया जाए। और इसके लिए सनातन बोर्ड का गठन बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी हरी चेतनानंद, महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी संतोषी माता,अखाड़ा सचिव श्री महंत रामरतन गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद पुरी (अर्जी वाले हनुमान जी, उज्जैन ), श्री महंत शंकरानंद सरस्वती, स्वामी आत्मानंद, स्वामी हरिओम गिरी, महंत राकेश गिरी महामंडलेश्वर स्वामी ललिता नंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद गिरी , स्वामी सोमेस्वरा नंद गिरी, स्वामी विज्ञाना नंद, महंत दिनेश गिरी, महंत राज गिरी , महंत राधे गिरी, महंत भूपेंद्र गिरि, महंत नरेश गिरी,महंत ओमकार गिरी आदि के संग अनेक संत महापुरुष उपस्थित रहे।