चार भाषाओं के युवाओं ने प्रस्तुत की कविताएं
नई दिल्ली, 8 फरवरी। साहित्य अकादमी द्वारा आज नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2025 में युवा साहित्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसमें रणंजय सरकार (अंग्रेज़ी), निकिता नैथानी (हिंदी),
स्वाती शाकंभरी (मैथिली) और संदीप शर्मा (पंजाबी) ने कविता-पाठ किया। सबसे पहले मैथिली कवयित्री स्वाति शाकंभरी ने कुंभ, बहुत दिनों बाद अपने गांव जाने में महसूस किए बदलाव और एक बच्चे की सुंदर दुनिया को प्रस्तुत किया। संदीप शर्मा ने कहा कि वे अपनी कविता में चुप्पी को साझा करते हैं। इसी मनोदशा को चित्रित करती चार कविताएं उन्होंने प्रस्तुत कीं। इनमें पिता की स्मृति के साथ ही यूक्रेनी मां का दर्द भी था। रणंजय सरकार ने अपनी अंग्रेज़ी कविताओं में कुछ प्रेम सम्बन्धी कविताएं और मैप्स शीर्षक से एक लंबी कविता प्रस्तुत की।
अंत में निकिता नैथानी ने पहाड़ की स्त्री के संघर्षों और उनकी जिजीविषा पर केंद्रित हिन्दी काव्य रचनाएं प्रस्तुत कीं। उनकी भाषा संबंधी एक कविता को भी सभी श्रोताओं ने बेहद पसंद किया।