सीबीआई की रेड के बाद सजग हुआ रेलवे महकमा: पीडीडीयू रेल मंडल से विभागीय प्रोन्नत परीक्षा का दायित्व छीना गया,अब केंद्रीयकृत परीक्षा सीबीटी के माध्यम होगी सम्पन्न..

Update: 2025-03-06 04:37 GMT


ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली

चंदौली/पीडीडीयू नगर: खबर जनपद चंदौली से है जहां पीडीडीयू रेल मंडल में विभागीय प्रोन्नत परीक्षा में व्याप्त धांधली का सीबीआई लखनऊ द्वारा भंडाफोड़ किए जाने के बाद रेलवे महकमा सजग हो उठा है। रेलवे बोर्ड हाजीपुर में एक उच्चस्तरीय बैठक के पश्चात डीडीयू रेल मंडल से विभागीय प्रोन्नत परीक्षा का अधिकार छीन लिया गया है, साथ ही निर्णय लिया गया कि सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं आरआरबी द्वारा केंद्रीयकृत सीबीटी के माध्यम से कराई जाएंगी।

बैठक में लिए गए अहम निर्णय...

पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र के अनुसार रेलवे बोर्ड की अहम और उच्चस्तरीय बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं आरआरबी द्वारा केंद्रीयकृत सीबीटी के माध्यम से कराई जाएंगी। सभी क्षेत्रीय रेलवे परीक्षा के लिए एक कैलेंडर बनाया जाएगा, कैलेंडर के आधार पर ही परीक्षाएं आयोजित होंगी। बताया कि हाल के वर्षों में आरआरबी द्वारा आयोजित पारदर्शी, निष्पक्ष और अत्यधिक प्रशंसनीय परीक्षाओं के सम्पन्न कराए जाने के लंबे अनुभव के बाद यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि,बिना किसी शिकायत के पूरी पारदर्शिता के साथ आरआरबी द्वारा परीक्षाएं आयोजित की जाती रहीं हैं। 2015 से लेकर आज तक 07 करोड़ से अधिक उम्मीदवारों की परीक्षा बिना किसी पेपर लीक, प्रतिरूपण, रिमोट लाग - इन और जासूसी उपकरणों के उपयोग द्वारा कंप्यूटर आधारित परीक्षणों के माध्यम से ली गई है, इसके बाद ही यह अहम निर्णय लिया गया है।

आरआरबी इन प्रक्रियाओं और सावधानियों का करता है उपयोग...

बता दें कि जानकारी के अनुसार आरआरबी द्वारा परीक्षाएं आयोजित करने हेतु खुली निविदा के माध्यम से विभिन्न मापदंडों को पूरा करने वाली एजेंसी का चयन किया जाता है। जिसमें रेलवे टीम द्वारा परीक्षा केंद्र का ऑडिट यथा - बाहर बाथरूम तक की अनुमति नहीं, सौ प्रतिशत सीसीटीवी कवरेज और रिकार्डिंग परीक्षा से दो घंटे पहले और परीक्षा के एक घंटे बाद तक की जाती है।

बेहतर रिजॉल्यूशन, विश्वसनीय और निर्बाध कनेक्शन के लिए आईपी आधारित सीसीटीवी निगरानी। ऑडिट उद्देश्य के लिए सभी माउस और कुंजी क्लिक को टाइम स्टैंप के साथ रिकॉर्ड किया जाना चाहिए। परीक्षा के शहर के बारे में जानकारी की वास्तविक तिथि से लगभग दस दिन पहले ही सूचना दी जाती है। परीक्षा का स्थान परीक्षा के चार दिन पहले ही उपलब्ध कराया जाता है।

परीक्षा केंद्र मैन्युअल हस्तक्षेप की बजाए कंप्यूटरीकृत किया जाता है...

परीक्षा केंद्रों को मैन्युअल हस्तक्षेप से बचाते हुए पूर्ण रूपेण कंप्यूटरीकृत प्रणाली से आवंटित किया जाता है। केंद्र के अंदर, प्रयोगशाला का आवंटन और बफर नोड्स सहित नोड्स सभी स्वचालित, याद्रीच्चिक रूप से उत्पन्न होते हैं।

संचालन दल और केंद्र के लोगों को परीक्षा से ठीक दो घंटे पहले उम्मीदवार के बारे में जानकारी मिलती है।परीक्षा केंद्रों में, उम्मीदवारों की जाँच और तलाशी मेटल डिटेक्टरों से की जाती है। प्रवेश से पहले और परीक्षा के बीच में तथा प्रत्येक बायो ब्रेक के बाद बायोमेट्रिक उपस्थिति (एलटीआई और डिजिटल दोनों) ली जाती है। साथ ही, लिखावट का नमूना भी लिया जाता है। यह प्रक्रिया परीक्षा के सभी चरणों में और दस्तावेज़ सत्यापन के समय दोहराई जाती है। परीक्षा केंद्र पर आधार आधारित प्रमाणीकरण किया जाता है। एनःएन तुलना - सॉल्वर गिरोहों की पहचान करने के लिए पारियों और घटनाओं की तुलना प्रश्न पत्र अत्यधिक एन्क्रिप्टेड फॉर्म (256-बिट एन्क्रिप्शन) में है। अंतिम समय में डिक्रिप्शन केवल तभी होता है जब उम्मीदवार वास्तव में लॉग इन करता है। किसी भी दो उम्मीदवारों को प्रत्येक प्रश्न के लिए समान क्रम और विकल्प नहीं मिलते हैं। सब कुछ यादृच्छिक और शफल होता है। उम्मीदवार द्वारा की गई प्रत्येक गतिविधि के लिए एक पूर्ण लॉग बनाए रखा जाता है जो निर्धारित करता है कि उसने प्रश्नों का प्रयास कैसे किया है।

निरीक्षण की तीन अलग-अलग चरण

ईसीए टीम द्वारा निरीक्षण, अधिकारियों और पर्यवेक्षकों द्वारा रेलवे निरीक्षण, रेलवे सतर्कता टीम द्वारा आकस्मिक जांच

पहली और दूसरी टीमों को प्रयोगशालाओं और केंद्रों के बीच समय-समय पर बदला जाता है।परिणामस्वरूप, कुछ प्रकार के कदाचार/अनुचित साधनों में शामिल कई उम्मीदवार नियमित रूप से पकड़े जा रहे हैं।

पात्रता मानदंड

पात्रता के सभी महत्वपूर्ण डेटा जैसे जाति, प्रमाण पत्र संख्या, मोबाइल नंबर, पहचान के निशान, फोटो और हस्ताक्षर, जन्म तिथि और योग्यता स्पष्ट रूप से परिभाषित और कैप्चर की गई ।नकली आवेदनों का पता लगाने के लिए आवेदन पर क्यूआर कोड तथा उम्मीदवार की वास्तविकता स्थापित करने के लिए एडमिट कार्ड पर बारकोड ।

कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) में, उम्मीदवारों को उनके प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिकाएँ और सही उत्तर कुंजियाँ दिखाई जाती हैं। उन्हें प्रश्नों और उत्तर कुंजियों की शुद्धता के बारे में आपत्ति (यदि कोई हो तो) उठाने का अवसर भी दिया जाता है।

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