सोने की तस्करी में अरेस्ट रान्या राव ने किए चौंकाने वाले खुलासे, सामने आए कई ऐसे नाम
कन्नड़ फिल्मों की हिरोइन और कर्नाटक के डीजीपी की बेटी रान्या राव की गिरफ्तारी से देश में सोने की तस्करी के एक बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है. पता चला है कि इस रैकेट में कई सफेदपोश लोग भी शामिल हैं. डीआरआई की कस्टडी रिमांड में पूछताछ के दौरान रान्या ने खुद कई चौंकाने वाले नाम लिए हैं. इसके बात यह मामला दिल्ली के हवाई अड्डे से पकड़े गए तीन अन्य तस्करों से भी जुड़ गया है. डीआरआई के सूत्रों के मुताबिक इन दोनों ही मामलों का मास्टरमाइंड कोई एक व्यक्ति है.
अब डीआरआई की टीम सोने की तस्करी के खेल के रचइता की तलाश में जुट गई है. अधिकारियों के मुताबिक देश में सोने की तस्करी का जो नेक्सस सामने आया है, उसमें रान्या राव अकेले नहीं है, बल्कि उसके जैसे कई अन्य नामी गिरामी लोग शामिल हैं. ये लोग विदेशों से सोने की खेप लेकर भारत में आते हैं और अपने रुतबे का इस्तेमाल कर एयरपोर्ट से आराम से निकल भी जाते हैं. डीआरआई के अधिकारियों के मुताबिक इन सफेद पोश लोगों के पीछे यह नेटवर्क लंबे समय से काम कर रहा है.
दिल्ली में भी सेम पैटर्न के मिले सोने के बिस्किट
रान्या राव की गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है, इस गिरोह से जुड़ी नई-नई बातें भी सामने आने लगी हैं. डीआरआई के अधिकारियों के मुताबिक बेंगलुरु हवाई अड्डे पर रान्या राव गिरफ्तारी के बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर सोने की तस्करी में तीन लोग पकड़े गए थे. इन तीनों के पास से भी ठीक उसी तरह के सोने के बिस्किट बरामद हुए हैं, जैसे रान्या के पास मिले चूंकि इन सभी मामलों में बिस्किट्स के पैटर्न सेम हैं, इसलिए माना जा रहा है कि यह सभी एक ही गिरोह के हैं.
सामने आई अंतरराष्ट्रीय गिरोह की भूमिका
इनमें फर्क यह है कि दिल्ली में पकड़े गए तीनों आरोपी म्यांमार से सोने की खेप लेकर आए थे. इनके पास से जूते में 2 किलो 158 ग्राम सोना छिपाकर रखा गया था सोना बरामद हुआ था. जबकि रान्या दुबई से लौटी थी और उसके पास से 14.2 किलोग्राम सोने के बिस्किट बरामद हुए थे. डीआरआई के अधिकारियों का मानना है कि चाहे रान्या राव हो या दिल्ली में पकड़े गए तस्कर, ये सभी मोहरे भर हैं. इस पूरे खेल के पीछे एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह की भूमिका है.