आनन्द गुप्ता/के0के0 सक्सेना
रूपईडीहा( बहराइच)।जिले के
रूपईडीहा स्थित इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के सभागार में चेकपोस्ट की तरफ से होली मिलन समारोह एवं हास्य कवि सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में भारत व नेपाल के कवियों ने अपनी अपनी रचनाएं पेश कर वाहवाही लूटी। कार्यक्रम का संचालन कवि तिलकराम अजनबी ने किया।सर्व प्रथम इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के प्रबंधक सुधीर शर्मा ने सभी आए हुए अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया तत्पश्चात कवि वीरेश पाण्डेय द्वारा वंदना आरती गाकर कवि सम्मेलन की शुरुआत किया।बहराइच से आए हुए वरिष्ठ शायर रईस सिद्दीकी ने होली पर अपनी रचना पेश करते हुए पढ़ा "चारसू मोहब्बत में रंग भरती है होली, नफ़रते भी जलती है जब ये जलती है होली,आज दुश्मनों को भी तुम गले लगा लेना,दूरियां मिटाती है प्यार देती है ये होली,तू ने तो नए कपड़े भी पहन लिए होंगे,हम पे क्या गुजरती है जब ये आती है होली" जिसे खूब सराहा गया।इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए नेपाल से आए हुए कवि व लेखक सरदार मधई सिंह ने राजनीतिक परिवेश को देखते हुए अपनी रचना पेश की।क्षेत्रीय कवि शैलेन्द्र कुमार मिश्रा ने अपनी रचना पेश की। नेपाल कस्टम अधीक्षक जनार्दन पौडेल ने भी अपनी युवा अवस्था में लिखी हुई कविता पेश की।इसी क्रम में जनपद बहराइच के सबसे वरिष्ठ एवं विख्यात कवि डॉक्टर अशोक पाण्डेय "गुलशन" अपनी रचनाएं पेश कर खूब वाहवाही लूटी। इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के प्रबंधक सुधीर शर्मा द्वारा आए हुए सभी कवियों को स्मृति चिन्ह एवं शील्ड देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भारत व नेपाल के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के कर्मचारियों समेत दोनों देशों के गणमान्य व्यक्ति एवं पत्रकार मौजूद रहे।