उत्तर प्रदेश में जंगलराज और गुंडई, दलित और शोषितों पर हमला… सांसद सुमन ने योगी सरकार को घेरा
आगरा। राणा सांगा पर विवादित बयान देने के बाद मचे घमासान के बीच शुक्रवार दोपहर सपा के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन अपने आवास पर पहुंचे। घर के बाहर करणी सेना के हमले में टूटी पड़ी कुर्सियों को एक नजर देखा, कार्यकर्ताओं ने जोशीले नारे लगाना शुरू कर दिया।
कार्यकर्ताओं से मिले और थके हुए कहने कि कहकर घर के अंदर चले गए, 20 मिनट तक परिजनों से पूरी घटना की जानकारी ली और उनका हाल जाना। इसके बाद प्रेसवार्ता में कहा कि प्रदेश में जंगलराज और खुली गुंडई हो रही है। मेरे आवास पर नहीं, पीडीए, दलित और शोषितों पर हमला किया गया है।
हमारे घर पर हमला- सुनयोजित षड्यंत्र
दोपहर 3.30 बजे सपा राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन एचआईजी फ्लैट, हरीपर्वत स्थित आवास पर पहुंचे। प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शहर में थे, इसके बाद भी पुलिस प्रशासन की इतनी लचर व्यवस्था थी कि कई थानों से होते हुए लोग बुलडोजर लेकर घर तक पहुंच गए।
सुनयोजित षड्यंत्र था जो हमारे घर पर हमला किया गया। गेट तोड़ा, जनतंत्र में आवश्यक नहीं है कि आपकी बात से सभी सहमत हों, लेकिन जनतंत्र में विरोध की अभिव्यक्ति के लिए, आप प्रदर्शन कर सकते हैं धरना दे सकते हैं। अखबारों में अपनी बात रख सकते हैं।
यह तो विशुद्ध गुंडई है, लफंगा गिरी है, यह तो अवांछित तत्वों का हमला है मेरे घर पर, मेरे परिवार पर। हमें नेस्तानाबूत करने का, व्यवस्थित प्रयास है जंगलराज है। जिस तरह से हमला हुआ है, इसे रोका जा सकता था, लेकिन मुझे तकलीफ है कि सब कुछ होने के बाद भी हमारे घर पर हमला हुआ।
ये इन लोगों की मनोवृत्ति है, ये वही लोग हैं जो मुख्यमंत्री न रहने के बाद अखिलेश यादव के आवास को गंगाजल से धोते हैं, यही वही लोग हैं जो दलितों की बारात नहीं चढ़ने देते हैं, दलित के खिलाफ हैं, पीडीए के खिलाफ हैं।
समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता हूं, पार्टी जो फैसला करेगी मैं अपने स्तर से पार्टी के लोगों चर्चा करुंगा। पार्टी कहेगी वही करूंगा, कहूंगा।
हमें छूट दें हम अपने आप निपट लेंगे
करणी सेना के ओकेंद्र राणा के 12 अप्रैल को आगरा आने के प्रश्न पर कहा कि प्रशासन से आग्रह करेंगे कि रोज ये एलान हो रहे हैं पहले भी एलान किया था, प्रशासन को यह जानकारी थी अब नए एलान हो रहे हैं, हम प्रशासन से कहेंगे कि इसकी समुचित व्यवस्था करें। प्रशासन की कोई मजबूरी है तो हमें छूट दे दें हम अपने आप निपट लेंगे।
राज्यसभा में अपनी बात नहीं रखने दी गई
सपा सांसद राज्यसभा रामजीलाल सुमन ने कहा कि यह परंपरा होती है कि जब किसी सदस्य का नाम उल्लेखित करते हैं तो उसे अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाता है। शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति ने बोलने के लिए मेरा नाम पुकारा, लेकिन उस समय सदन बहुत अव्यवस्थित था, इसलिए मैं अपनी बात नहीं रख सका। राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि मैं बहुत कुछ कह चुका हूं, अब जो मुझे कहना है वह सदन में ही कहूंगा।