प्रेमी पर मुकदमा दर्ज कराने से खफा किशोरी ने वन स्टाप केंद्र में दी जान, घर नहीं जाना चाहती थी
इटावा। प्रेमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पर अपने परिवार वालों से नाराज 16 वर्षीय किशोरी ने वन स्टॉप केंद्र की किचन में अपने दुपट्टे से शुक्रवार सुबह चार बजे फंदे से लटककर अपनी जान दे दी। वह बाथरूम जाने के बहाने अपने कमरे से निकली थी।
घटना के पीछे कारण किशोरी ने अपने परिवार से जान का खतरा और वापस अपने घर न जाने की बात बताया जा रहा है। किशोरी की मां ने भी घर ले जाने से इनकार कर दिया था।
घटना में वन स्टाप सेंटर के कर्मचारियों की लापरवाही भी सामने आई है। जिलाधिकारी अवनीश राय ने अपर जिलाधिकारी अभिनव रंजन श्रीवास्तव, एएसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी व जिला प्रोबेशन अधिकारी सूरज सिंह की तीन सदस्यीय कमेटी जांच के लिए गठित कर दी है।
यह है मामला
चौबिया क्षेत्र के एक गांव की किशोरी ग्राम कल्याणपुर की रहने वाली किशोरी 28 फरवरी को बड़ी बहन का भांजा रचित पुत्र पवन कुमार निवासी नेहमंदपुर थाना जहानगंज जिला फर्रुखाबाद के साथ घर से चली गई थी।
उसके पिता ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया था और किशोरी को 26 मार्च की रात वन स्टाप सेंटर भेजा था। यहां से किशोरी को शुक्रवार को कानपुर के बालिका गृह में भेजा जाना था।
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। घटना में प्रोबेशन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही मानी जा रही है। वन स्टाप सेंटर प्रोबेशन विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
यहां पर एक अधीक्षक व स्टाफ की तैनाती है, जबकि यहां पर आने वाली किशोरियों के साथ एक महिला कांस्टेबल भी रहती है। फंदा लगाने वाली किशोरी के साथ चौबिया थाना की महिला कांस्टेबल स्वाति राठौर थी।
पोस्टमार्टम परिसर पर किशोरी की मां ने बताया कि उसकी पुत्री को रचित एक माह पूर्व भगा ले गया था। दोनों परिवारों ने रिश्ता भी तय कर दिया था और बेटी की उम्र 18 वर्ष पूरी होने पर शादी करने की बातचीत हो गई थी। उसके बावजूद भी रचित उसे भगा ले गया।
दो दिन पहले पुलिस ने उसे 26 मार्च को बरामद कर लिया था और हम लोगों को जानकारी दी थी। उसको ढूंढने के लिए छोटा बेटा घर से रचित के घर फर्रुखाबाद गया था, जो अभी तक लौटकर नहीं आया है। इस संबंध में पुलिस को सूचना दी हुई है।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि किशोरी को 26 मार्च की रात्रि को 10 बजे वन स्टाप सेंटर में लाया गया था, वह अपने घर नहीं जाना चाहती थी, यह बात उसने पुलिस को अपने बयान में कही है। उसे अपने परिवार से जान का खतरा था। इसी तनाव में संभवत: उसने खुदकुशी की है।
वह दो बार रचित के साथ जा चुकी थी और राजस्थान में शादी करने की बात कही थी। पुलिस ने किशोरी को बाल संरक्षण समिति के समक्ष पेश किया था, जहां से उसे कानपुर नारी निकेतन शुक्रवार को ले जाना था।
मामले में जांच के लिए जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है। इसमें वन स्टाप सेंटर के कर्मचारियों सहित जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी उस पर कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी अवनीश राय ने बताया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी, जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।