कार्बन क्रेडिट बिक्री से प्राप्त धनराशि का वितरण बारा झगरपुर कृषि वानिकी सहकारी समिति के द्वारा हिस्सेदार किसानों को किया गया।
कार्बन क्रेडिट बिक्री से प्राप्त धनराशि का वितरण बारा झगरपुर कृषि वानिकी सहकारी समिति के द्वारा हिस्सेदार किसानों को किया गया।
आईएफएफडीसी(IFFDC), नई दिल्ली के निदेशक श्री अंकित सिंह परिहार ने सभी किसानों को उनके हिस्से की धनराशि की चेक प्रदान करते हुए सभी को अपनी बधाई दी अंकित सिंह परिहार ने जानकारी देते हुए बताया है कि विगत कई वर्षों से बारा झगरपुर कृषि वानिकी सहकारी समिति के माध्यम से क्षेत्र में किसानों की अनुपयोगी ज़मीन में वानिकी का विकास किया जा रहा है जिस से कई गांवों में बहुत बड़े भूभाग में वन क्षेत्र तैयार किया गया। जिस से किसानों को एक अतिरिक्त आमदनी का अच्छा स्रोत मिल रहा था। समिति के अध्यक्ष पद पर रहते हुए श्री अंकित सिंह परिहार ने IFFDC के निदेशक के रूप में संस्था के सहयोग से एक नई परियोजना पर काम किया जिसमे उन्होंने पेड़ काट कर बेचने की जगह कार्बन क्रेडिट बेचने के लिए प्रयास शुरू किया था। शेयर मार्केट की तरह अतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक कार्बन क्रेडिट मार्केट होती है जिसमें दुनिया भर में बड़े बड़े उद्योग स्थापित करने वालों को कार्बन उत्सर्जन के सापेक्ष ऑक्सीजन उत्सर्जित करने वालों से कार्बन क्रेडिट खरीदने की बाध्यता होती है। इस बाबत अंकित सिंह परिहार ने अपनी वानिकी समिति के द्वारा तैयार किए गए वन क्षेत्र के लिए कार्बन क्रेडिट प्राप्त करने का प्रयास किया जिसमे सफलता मिलने पर समिति के माध्यम से अपनी ज़मीन पर वन क्षेत्र तैयार करने वाले बड़ी संख्या में किसानों को पेड़ की क़ीमत से भी ज़्यादा पैसा उनको कार्बन क्रेडिट के रूप में मिल गया और यह पैसा उनको नियमित रूप से मिलता रहेगा। पेड़ भी तैयार खड़े हैं और पेड़ों से अधिक क़ीमत किसानों को मिल रही है। मतलब पेड़ों से निकलने वाली आक्सीजन का पैसा मिल रहा है। कई किसान ऐसे भी हैं जिनको कई लाख रुपये तक का लाभ मिला है। सभी किसानों ने इस अनूठी और अनोखी पहल के लिए श्री अंकित सिंह परिहार एवं IFFDC संस्था की सरहाना की।
इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य उदय प्रताप सिंह, अरविंद प्रताप सिंह समिति अध्यक्ष, निरंजन सिंह सचिव, अरुण यादव, आलोक प्रताप सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।