रिजल्ट के बाद गायब हुई इंटर की छात्रा, गंगा नदी किनारे मिली साइकिल,उठाया खौफनाक कदम!गांव में मचा हड़कंप
ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली: यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम की घोषणा शुक्रवार को हुई, जिसके बाद चंदौली जिले के मवई कला गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। इंटरमीडिएट की छात्रा कविता यादव (पुत्री - सोतन यादव) परीक्षा में असफलता या अपेक्षित अंक न आने से इतनी व्यथित हुई कि वह घर से अचानक लापता हो गई। बाद में उसकी साइकिल गांव से कुछ दूर सुल्तानीपुर मौजा के पास गंगा नदी किनारे खड़ी मिली, जिससे उसके नदी में कूदकर आत्महत्या की आशंका ने जोर पकड़ लिया।
शुक्रवार को जब यूपी बोर्ड का इंटरमीडिएट परिणाम आया, तो मवई कला गांव निवासी कविता यादव ने भी अपना रिजल्ट देखा। परिजनों के अनुसार, रिजल्ट देखने के बाद वह काफी उदास हो गई थी। दोपहर करीब दो बजे उसने घरवालों से थोड़ी देर में वापस आने की बात कहकर साइकिल से घर से निकली। लेकिन जब कई घंटों तक वह वापस नहीं लौटी, तो परिजनों की चिंता बढ़ गई और उन्होंने उसे ढूंढना शुरू किया।
गंगा किनारे खड़ी मिली साइकिल, गहराया शक
तलाश के दौरान स्थानीय लोगों को सुल्तानीपुर गांव के पास सड़क किनारे उसकी साइकिल खड़ी मिली। वहां से कुछ दूरी पर ही गंगा नदी बहती है। साइकिल मिलने के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई और लोग घटनास्थल पर जुटने लगे। आशंका जताई जा रही है कि कविता ने रिजल्ट से दुखी होकर गंगा में छलांग लगा दी।
पुलिस मौके पर पहुंची, गोताखोरों की देरी से नाराजगी
सूचना मिलते ही मुगलसराय कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि शाम तक भी कोई गोताखोर मौके पर नहीं पहुंचे थे, जिससे नाराजगी फैल गई। लोगों का कहना था कि अगर समय रहते तलाश शुरू हो जाती, तो हो सकता है कोई राहत मिलती।इस संबंध में मुगलसराय कोतवाली प्रभारी गगनराज सिंह ने बताया कि गंगा नदी में किशोरी के कूदने की सूचना मिली है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है और गोताखोरों को बुलाकर देर शाम से तलाश आरंभ हुआ। हालांकि छात्रा का शव शनिवार की सुबह बरामद हो गई है, आगे विधिक कार्रवाई जारी है।फिलहाल आपको बता दें कि यह घटना केवल एक परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि बच्चों पर पढ़ाई और परीक्षा को लेकर अत्यधिक मानसिक दबाव न बनाया जाए। एक परीक्षा का परिणाम जीवन का अंत नहीं होता। बच्चों को हर परिस्थिति में सहारा और मार्गदर्शन देना बेहद जरूरी है।