चित्रकूट से प्रयागराज जाने वाले वाहनों पर रोक, लौटने वाला रूट खुला; 30 हजार से अधिक वाहन फंसे
चित्रकूट। प्रयागराज में वाहनों का प्रवेश बंद किए जाने से चित्रकूट में 30 हजार से अधिक जाम में फंस गए है। प्रयागराज बरगढ़ बॉर्डर से लेकर भरतकूप तक जाम लगा हुआ है। श्रद्धालुओं को होर्डिंग एरिया में शिफ्ट करने के साथ वाहनों को खाली स्थान का पार्क कराया जा रहा है। ट्रैफिक कंट्रोल के लिए बरगढ़ बॉर्डर में जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन व पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह लगे हुए हैं। सभी थानों का अलर्ट कर दिया गया है।
झांसी-मीरजापुर हाईवे और कर्वी-राजापुर हाईवे से प्रयागराज कोई वाहन नहीं जा रहा है। पूरी तरह से उसमें पाबंदी लगी है सिर्फ प्रयागराज से आने वाले वाहनों का रूट खुला है। जिससे झांसी-मीरजापुर और कर्वी-राजापुर हाईवे के अलावा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में लंबा जाम है। वाहनों के प्रयागराज न जाने से लोग वाहनों के साथ खड़े हैं।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में तो करीब 10 किलोमीटर लंबा जाम है। यहां पर लोगों को खाने पीने का सामान नहीं मिल रहा है। जिससे लोग आक्रोशित नजर आ रहे हैं। विदिशा मध्यप्रदेश से आए रामबाबू यादव ने कहा कि रात से एक्सप्रेसवे में पड़े हैं प्रशासन आगे नहीं जाने दे रहा है यहां पर कोई इंतजाम नहीं है।
लौटने को कह रहे है लेकिन जाम इतना है लौटना भी मुश्किल है। वहीं एमपी के सागर से आए गप्पू ने कहा कि 144 साल बाद आए महाकुंभ में स्नान को पांच साल से इंतजार कर रहे थे लेकिन प्रयागराज जाने ही नहीं दिया जा रहा है। यहां पर कोई इंतजाम भी नहीं है।
तपोभूमि में मिनी कुंभ की झलक, उमड़े श्रद्धालु
प्रयागराज महाकुंभ की मिनी झलक मौनी अमावस्या पर तपोभूमि में देखने को मिल रही है। लाखों श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी में पुण्य की डुबकी लगाने के साथ पूजन अर्चना कर दान कर रहे है। इसके बाद श्रद्धालुओं ने कामदगिरि की परिक्रमा भी लगाई। भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने भरतकूप से ही छोटे और बड़े वाहनों को रोक दिया है हालांकि वहां से आटो व ई-रिक्शा की व्यवस्था है जो श्रद्धालुओं को रामघाट और कामदगिरि तक पहुंचा रहे हैं।
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद सीमा से वाहनों का प्रवेश बंद है। ऐसे में चित्रकूट में भरतकूप से प्रयागराज के बरगढ़ बार्डर कर 30 हजार से अधिक वाहन फंसे है। ट्रैफिक कंट्रोल में डीआईजी अजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लगे हैं लोगों से शांति अपील की जा रही है कि वह प्रयागराज न जाएं और यहीं से लौट जाएं।
प्रशासन की अपील पर कुछ श्रद्धालु लौटने के तैयार हो गए हैं जबकि तमाम लोग सड़क किनारे डेरा जमाए हैं। लौटने वाले श्रद्धालु मंदाकिनी में डुबकी लगा कर घर जा रहे हैं। बुधवार तड़के तीन बजे से ही भक्तों के स्नान-दान का सिलसिला जारी है। स्नान-दान और अनुष्ठान के बाद लोग भगवान कामतानाथ दर्शन कर रहे हैं।
वाल्मीकि आश्रम के महंत भरतदास ने बताया कि इस बार मौनी अमावस्या पर चार योग बने हैं। श्रवण नक्षत्र के साथ ही मकर राशि में सूर्य, चंद्रमा और बुध के एक साथ होने से त्रिग्रही योग बना है। ज्योतिष में इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है।