गोरखपुर। पछुआ के साथ भड़की आग ने चार दर्जन से अधिक किसानों के मेहनत पर पानी फेर दिया। गुरुवार को बांसगांव, चौरी चौरा, पीपीगंज, सिकरीगंज, गगहा और गोला में आग लगने से 36 एकड़ 85 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।
ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी के साथ पहुंचे कर्मियों ने स्थानीय लोगाें के सहयोग से आग पर काबू पाया। ग्रामीणों का आरोप है कि ऊपर से गुजरे बिजली के तार तेज हवा से आपस में टकराए। उससे निकली चिंगारी ने खेत को जलाकर राख कर दिया।
सिकरीगंज के भेउसा उर्फ बनकटा में हाईटेंशन तार से निकली चिंगारी से आग लगी। इसमें 20 एकड़ गेहूं की फसल के साथ एक झोपड़ी और उसमें रखा सामान भी जल गया। आग पर काबू पाने में तीन घंटे लग गए। घटना स्थल पर खजनी एसडीएम समेत राजस्व की टीम भी पहुंची थी।
पीपीगंज के कैथवलिया बेलघाट बुजुर्ग व नीबा गांव में शार्ट सर्किट से लगी आग से 80 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख गई। फायर ब्रिगेड के पहुंचे से पहले पुलिस और ग्रामीणों ने पंपसेट चलाकर आग पर काबू पा लिया। चौरी चौरा के ग्राम चौरी के सतहवा पश्चिमी टोला में शार्ट सर्किट से निकली चिंगारी से दो एकड़ गेहूं की फसल जल गई।
आरोप है कि सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर नहीं पहुंची। ग्रामीणों ने मिलकर किसी तरह से आग पर काबू पाया। बांसगांव के भुसवल खुर्द में सुबह 11 बजे एलटी लाइन के ढीले तारों के आपस में टकराने से निकली चिंगारी से खेत में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई। फायर ब्रिगेड ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।
गगहा थाना क्षेत्र के कोठा अहिरौली मौजे में दोपहर 12 बजे बिजली के तार से निकली चिंगारी से 10 एकड़ गेहूं की फसल जल गई। पुलिस के साथ पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। गोला के गोपालपुर देवारीबारी के बंकुल टोला के दक्षिण व पश्चिम में अज्ञात कारणों से लगी आग से शाकिर अली, मुराली यादव, हाशिद अली की पांच बीघा फसल जलकर राख हो गया। सूचना के बाद भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर नहीं पहुंच सकी।
तिलकोनिया रेंज के खाले टोला में लगी आग, झुलसे पेड़
तिलकोनिया रेंज के रजही बिट के वन टांगिया खाले टोला में गुरुवार की दोपहर दो बजे आग लग गई, जो देखते ही देखते जंगल की तरफ फैल गई। सूचना पर पहुंचे वन विभाग के कर्मियों ने वनटांगिया बस्ती के लोगों के सहयोग से किसी तरह आग बुझाने के प्रयास में जुट गए। बाद में टैंकर लेकर पहुंचे कर्मियों ने आग पर काबू पाया। तब तक जंगल के कई पेड़ झुलस गए।
जंगल की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने चारों तरफ चार-चार फिट का गड्ढा बनाया हुआ है। आग लगने पर वनटांगिया बस्ती के लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन गड्ढे की वजह से गाड़ी अंदर नहीं जा सकी। इसके बाद वन विभाग वैकल्पिक रास्ते से टैंकर लेकर घटना स्थल पर पहुंचा और आग पर काबू पाया।
उप प्रभागीय वनाधिकारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से जंगल में फायर लाइन जला दी जाती है। लेकिन जंगल किनारे कई लोग भुट्टा भूजकर बेचते है। इससे निकलने वाली चिंगारी से जंगल में आग लग जाती है। गर्मी के मौसम में इससे बचना चाहिए।