संक्रमित मरीजों की मदद के लिए आगे आ रही टीम प्रयागराज, हर मुश्किल का सामना करने को तैयार

Update: 2021-05-10 04:29 GMT

विजय तिवारी ....

कोरोना संक्रमण के खतरे से बचने के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के साथ एक सकारात्मक सोच का होना बहुत जरूरी है। ऐसे ही टीम प्रयागराज सकारात्मक सोच के साथ डा० अनिल पांडेय और विवेक मिश्र की अगुवाई में जनता की मदद के लिए आगे आ रही है। जिससे संकट के इस समय से संक्रमित मरीजों को बचाया जा सके।

युवाओं की यह टीम प्रयागराज, एक फोन कॉल पर लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था करती है। ऑक्सीजन उपलब्ध कराना हो, तीमारदारों को दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराना हो। टीम प्रयागराज तन मन धन से मदद कर रही है

टीम प्रयागराज की लोकप्रियता पुरे देश में हो गई है, संक्रमितों के इलाज के लिए नई दिल्ली, पटना, हैदराबाद मुंबई देश के हर कोने से लोग मदद मांग रहे हैं। खास बात यह है कि टीम का काम देखने के बाद अब प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग भी इनकी मदद कर रहा है।

देशभर में बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित होम आइसोलेशन में अपना इलाज करवा रहे हैं. जिसके कारण कई ऐसे संक्रमित भी हैं जो किसी कारणवश अपने लिए भोजन तक की व्यवस्था नहीं कर पा रहे. उनके लिए भोजन के पैकेट की व्यवस्था करना उसे घर तक पहुचना टीम प्रयागराज के युवा कर रहे है

कोरोना की दूसरी लहर ने शहर को जकड़ा तो ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई। टीम प्रयागराज के सदस्यों ने किराये पर सात सिलेंडर लिया। अब यही सिलेंडर जरूरतमंद लोगों के पास पहुंच रहा है। टीम प्रयागराज के सदस्य अपने सहयोगियों से चंदा लेकर सिलेंडर का किराया चुकाते हैं।

टीम प्रयागराज जरूरतमंदों को दवा की किट भी देने की तैयारी कर रही है। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त में दवा की किट व अन्य जरूरी सामान पहुंचाने की भी योजना है।

टीम प्रयागराज ने एक अनूठी पहल भी शुरू की है कि जिसे वेंटिलेटर बेड न मिल पा रहा हो वो हमसे संपर्क करे हम उसके लिए बाइपैप की व्यवस्था करवा देंगे।

प्रयागराज टीम के संस्थापक विवेक मिश्रा जो पिछले साल से ही लोगों की मदद करते आ रहे हैं इस बार भी लोगों की मदद में जुटे रहे यहां तक की 19 अप्रैल को जब उनके पिता का निधन कोविड-19 जैसे हुआ तो अंतिम क्रिया के तुरंत बाद ही वह लोगों की मदद में फिर से जुड़ गए उनका कहना था कि मैं अनाथ हुआ हूं मगर अब किसी को अनाथ नहीं होने दूंगा।

प्रयागराज टीम के सह संस्थापक अर्पित मिश्र जो पेशे से एक प्रतिष्ठित पत्रिका के एडिटोरियल बोर्ड के सदस्य हैं ने कहा कि "मैं ये नहीं कह सकता कि मैं आपकी सारी समस्याओं का समाधान कर ही दूंगा, लेकिन ये वादा है कि आपको उनसे अकेले नहीं लड़ने दूंगा।

टीम के मार्गदर्शक डॉ अनिल जी ने हमे साक्षात्कार में बताया कि प्रयागराज टीम ने इस महामारी के दूसरी लहर में जो किया उसकी प्रशंसा को शब्दों में बता पाना आसान काम नहीं, देर रात जागते हुए प्रयागराज टीम के सदस्य उनकी मदद कर रहे थे जिनसे शायद ही वो कभी मिले हों...

उन्होंने टीम से जुड़े प्रत्येक सदस्य के उज्जवल भविष्य की कामना की और टीम के संयुक्त प्रयास को साधुवाद दिया, उन्होंने कहा कि वे खुद इस टीम से जुड़कर खुद को गौरवान्वित महसूस करते है।

प्रयागराज टीम के डाटा अनलिस्ट पवन मिश्र जो इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोधार्थी हैं उन्होंने निस्वार्थ भाव से टीम की सहायता की, उन्होंने अपने दिए वक्तव्यों में बताया कि "अगर हमारे देश के एक भी नागरिक की जान हमारे प्रयासों से बच सकती है तो मैं हर सम्भव मदद के लिए कटिबद्ध व तत्पर हूँ।


प्रयागराज टीम के सभी सहयोगी दिन रात देश सेवा के लिए लगे रहते हैं, टीम के संस्थापक मंडल के सदस्यों ने टीम से जुड़े प्रत्येक सहयोगी के लिए अपना धन्यवाद ज्ञापित किया।



Dr Anil pandey , Owner J R Hospital, Mentor Prayagraj team

 


विवेक मिश्र .... संजोयक टीम प्रयागराज 




सह संस्थापक अर्पित मिश्रा

 




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