जन्मदिन विशेष- ये तो इक रस्में जहाँ है जो अदा होती है; वरना सूरज की कहाँ सालगिरह होती है

Update: 2021-07-01 08:51 GMT

एक ऐसा मुख्यमंत्री जिनकी आलोचना की वजह ढूंढने के लिए मेहनत करनी पडती है इसके बाद भी आलोचना की कोई ठोस वजह नहीं मिलती । जैसा सिद्धांत वैसा ही व्यवहार, जो आदरणीय श्री अखिलेश यादव ने कहा उसे पूरा करके दिखाया/अपने वादे को जुमला नहीं बनने दिया इसी कारण स्वस्थ मानसिकता के विरोधी भी आलोचना करने का मन बनाकर बैठते हैं मगर तारीफ करने पर विवश हो जाते हैं/ऐसा करिश्माई व्यक्तित्व कम से कम भारत में तो नहीं ही ढूंढ पाएंगे यह एक दीगर सच है।

-जब मुख्यमंत्री बने और उन्होने छात्र जीवन की कठिनाइयों को महशूस किया तो उसने सबसे पहले उन्होंने इस चीज को महशूस किया कि ये पढे लिखे लडके हैं और यदि बेरोजगार हैं तो ये राज्य की असफलता है इसलिए सपा ने सबसे पहले बेरोजगारी भत्ता देकर राज्य के दायित्व और जिम्मेदारी दोनो को स्वीकार कर श्री गणेश किया, इसके बाद रोजगारों की न सिर्फ वृद्धि की बल्कि रिक्तयों और भर्तियों का काम प्राथमिकता के तौर पर किया।

...विश्व की सबसे बड़ी अभ्यर्थियों वाली संख्या को एक ही दिन आयोजित करके न सिर्फ एक विश्व रिकार्ड बनाया बल्कि मैन पावर के अभाव में जूझ रही पुलिस और राजस्व विभाग को मैन पावर दिया ताकि कामों को समय पर किया जा सके/इससे न सिर्फ प्रशासनिक क्षमता बढ़ी बल्कि रोजगार से लोगों के घर परिवार और जीवन दोनों खुशहाल हुए।

...सबसे ज्यादा सरकारी रोजगार देने वाले तत्कालीन आदरणीय मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ही हैं/आपने मैन पावर की कीमत समझी थी और अभ्यर्थियों की प्रतिभा के साथ न्याय भी यथासंभव किया/बी टेक वालों को पकौड़ा तलने पर बाध्य नहीं किया।

...माननीय पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जब कन्या और महिलाओं की दुश्वारियों को समझा तो एक तरफ जहाँ कन्या विद्याधन देकर बेटियों को पढने के लिए प्रोत्साहित करने का काम किया जो कि राज्य को करना ही चाहिए बल्कि सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जिसमें 1090 इसी मुहिम का हिस्सा थी/लाखों महिलाओं की समस्याओ का निस्तारण हुआ।

...किसान ऋण माफी/सिंचाई/किसान दुर्घटना बीमा योजना/खाद-बीज की व्यवस्था/फसल क्षतिपूर्ति योजना जैसी योजनाएं केवल माननीय पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी जैसा व्यक्तित्व ही प्रदेश के किसानों के लिए चला सकते हैं जिसके परिणामस्वरूप किसान और उसकी फसल सुरक्षित रहे ।

...इसके अलावा श्रमिक कल्याण योजना/बुनकर योजना ये उस वर्ग के लिए था जिसपर कभी कोई बात ही करना पसंद नहीं करता मगर आदरणीय पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ये जानते थे कि ये राज्य का दायित्व है और संविधान में उल्लेखित व्यक्ति की गरिमा की स्थापना का एक फर्ज अतः तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने इस वर्ग को भी निराश नहीं किया...!!!

...इसके अलावा चूंकि अखिलेश शिक्षित/संवेदनशील और विजनरी व्यक्तित्व हैं अतः गांव दीन-हीन अवस्था एवं जटिलता को महसूस करके और गांव को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सम्पर्क मार्ग और संचार के अभाव को महशूस कर आदरणीय श्री अखिलेश जी ने गांवों को लोहिया ग्राम योजना/जनेश्वर मिश्र ग्राम विकास योजना जोडने का काम किया/लोहिया आवास योजना के माध्यम से एक तरफ जहां गांवों की हालत सुधारी वहीं दूसरी तरफ सड़क भी दी और सड़क में बहुत कम किराये पर चलने वाली सरकारी बसें भी।

...कम पढे लिखे निर्धन वर्ग का भी तत्कालीन आदरणीय मुख्यमंत्री ने ध्यान रखा और रोजगार और आत्मनिर्भर एवं गरिमापूर्ण जीवन बनाने के उद्देश्य से भी बेजोड़ काम किया/ इन परिवारों को सपा सरकार के शासनकाल के दौरान बडे शहरों में ई-रिक्शा मुफ्त में बंटवाया था।

...गौरवमयी कामधेनु योजना को कौन भूल सकता है इस योजना के बदौलत ही प्रदेश दुग्ध उत्पादन में नम्बर वन बन सका जिसके अन्तर्गत 292 कामधेनु डेयरी,1450मिनी कामधेनु डेयरी और 2000 माइक्रो कामधेनु डेयरियां अस्तित्व में आयीं थी और हजारों लोगों की रोजी रोटी का माध्यम बनीं थी।

शिक्षा और रोजगार और आवास के बाद प्राथमिकता के साथ ही तत्कालीन मुख्यमंत्री आदरणीय श्री अखिलेश यादव जी ने स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति भी अपने शासन काल पूर्ण सजगता का परिचय देते हुए ग्रामीण अंचलों के मरीजों को 108 समाजवादी एम्बुलेंस दी/ समाजवादी एम्बुलेंस को भला कौन भूल सकता है/102 एम्बुलेंस को महिलाएं कैसे भूल सकतीं हैं इस सेवा से उस समय लगभग एक करोड़ 5लाख महिलाए लाभान्वित हुईं थी।

...मुफ्त चिकित्सा सेवा योजना भी तत्कालीन सपा सरकार की देन थी जिसमें जिसमें लीवर/ किडनी /हृदय रोग और कैंसर के असाध्य एवं गंभीर रोगों से पीड़ित गरीब व्यक्तियों को नि:शुल्क उपचार /परीक्षण/दवाएं/जांचे पैथालाॅजी एवं अल्ट्रासाउंड की नि:शुल्क जांच शामिल था।

...कन्नौज/जालौन/आजमगढ़/बांदा/सहारनपुर के मेडिकल कॉलेजों को न सिर्फ निर्माण कार्य पूरा कराकर शुरू किया गया था बल्कि बिजनौर,जौनपुर,बदांयू,चन्दौली,फैजाबाद,बस्ती, बहराइच, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद में मेडिकल कॉलेज बनवाना भी शुरू कर दिया था।

M.B.B.S. में जो 1140 सीटें थी उन्हे बढाकर 1840 आदरणीय पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने किया था जो आजादी के बाद पहली बार इतनी बढोत्तरी हुई थी।

...आज आदरणीय श्री अखिलेश प्रदेश की जरूरत नहीं बल्कि अब छात्र/पिछड़ा वर्ग समुदाय/गरीब/मजदूर/दलित/प्रशासन की जिन्दगी की जरूरत बन चुके हैं।

...जीवन जीने की प्राणवायु जैसे बन चुकें हैं और लोग इस बात को हर दिन बीतने के बाद ज्यादा शिद्दत से महशूस कर रहे हैं।

...जन्मदिन के इस शुभ अवसर पर हम समाजवादी कौम के लोग इस प्रतिबद्धता के साथ आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का जन्मदिन मना रहे हैं कि अगले जन्मदिन के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुनः आदरणीय मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ही होंगें ।

...जन्मदिन की अशीम शुभेच्छाए आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी

.......सुनील कुमार   (सपा समर्थक )


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