राजनीतिक विश्लेषक अंदाजा लगा रहे थे कि मुसलमान रणनीतिक मतदान (टेक्टिकल वोटिंग) करेगा लेकिन सामान्य तौर पर ऐसा दिखा नहीं।
जिन सीटों पर बसपा का अकेला मुसलमान प्रत्याशी था, वहां भी मुस्लिम वोटों का बंटवारा सपा-बसपा में हुआ। बसपा के पास बेस वोट होने के कारण कई सीटों पर मुसलमान उसके साथ गए, लेकिन कई जगह नहीं गए।
सपा-कांग्रेस खेमे में मतदान से उत्साह
सपा-कांग्रेस खेमा मतदान के रुझान से उत्साहित है। उनका दावा है कि मुसलमानों ने सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए अखिलेश-राहुल की जोड़ी को पसंद किया है। इससे सहारनपुर समेत कई जिलों में समीकरण बदलेंगे।
सहारनपुर एकमात्र जिला है जहां 2012 में सपा का खाता नहीं खुला था। इस बार यहां अधिकतर सीटों पर मुख्य मुकाबला सपा-कांग्रेस गठबंधन, भाजपा और बसपा के बीच माना जा रहा है।
जिन सीटों पर बसपा का अकेला मुसलमान प्रत्याशी था, वहां भी मुस्लिम वोटों का बंटवारा सपा-बसपा में हुआ। बसपा के पास बेस वोट होने के कारण कई सीटों पर मुसलमान उसके साथ गए, लेकिन कई जगह नहीं गए।
सपा-कांग्रेस खेमे में मतदान से उत्साह
सपा-कांग्रेस खेमा मतदान के रुझान से उत्साहित है। उनका दावा है कि मुसलमानों ने सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए अखिलेश-राहुल की जोड़ी को पसंद किया है। इससे सहारनपुर समेत कई जिलों में समीकरण बदलेंगे।
सहारनपुर एकमात्र जिला है जहां 2012 में सपा का खाता नहीं खुला था। इस बार यहां अधिकतर सीटों पर मुख्य मुकाबला सपा-कांग्रेस गठबंधन, भाजपा और बसपा के बीच माना जा रहा है।