डॉक्टर धरती पर ईश्वर का दूसरा रुप होते हैं -जेपी यादव

Update: 2017-07-02 01:52 GMT
जौनपुर / डॉक्टर धरती पर भगवान का दूसरा रुप होते हैं. भगवान तो हमें एक बार जीवन देता है पर डॉक्टर हमारे अमूल्य जान को बार-बार बचाता है. दुनियां में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां डॉक्टरों ने भगवान से भी बढ़कर काम किया है. बच्चे को जन्म देना हो या किसी वृद्ध को बचाना हो डॉक्टरों की मदद हमेशा हमें मुश्किल से बचाती है. यही एक पेशा है जहां दवा और दुआ का अनोखा संगम देखने को मिलता है, इंसान को भगवान भी यहीं बनाया जाता है. डॉक्टरों ने मानव जाति के लिए बहुत समर्पण किया है. अगर भारत की बात की जाए तो हम देखेंगे कि यहां आज भी डॉक्टरों और वैद्यों का विशेष आदर-सत्कार होता है. आधुनिक युग में तो डॉक्टरों की मांग और भी बढ़ गई है. डॉक्टर के इसी समर्पण और त्याग को याद करते हुए एक जुलाई का दिन भारत में राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस (National Doctors' Day) के रुप में मनाया जाता है.
      डॉ. सिद्धार्थ यादव के अनुसार डॉक्टर होना सिर्फ एक काम नहीं है, बल्कि चुनौतीपूर्ण वचनबद्धता है। उन्होंने कहा कि युवा डॉक्टरों को डॉ. बिधानचंद्र राय की तरह जवाबदारी पूरी कर डॉक्टरी पेशे को बदनाम होने से बचाने के लिये पहल करनी होगी ! कि यह दिन यह विचार करने के लिए है कि डॉक्टर हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। वर्तमान में डॉक्टर पुराने सम्मान को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करता हुआ नजर आ रहा.है। इसके पीछे कई कारण हैं। डॉक्टरों को अपनी जवाबदारियों का पालन ईमानदारी से करना सीखना होगा। डॉक्टरों की एक छोटी-सी भूल भी रोगी की जान ले सकती है।

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